आगरा एयरपोर्ट को उड़ाने की धमकी, ईमेल से मचा हड़कंप; जर्मनी के VPN से भेजा गया संदेश

आगरा एयरपोर्ट को उड़ाने की धमकी मिलने से रविवार को हड़कंप मच गया। धमकी एक ईमेल के जरिए दी गई, जिसमें कहा गया कि एयरपोर्ट के चारों ओर कई बैगों में शक्तिशाली विस्फोटक डिवाइस छिपाई गई हैं। ईमेल में यह भी चेतावनी दी गई कि यदि तुरंत परिसर खाली नहीं कराया गया, तो अंदर मौजूद लोगों के "हाथ-पैर उड़ जाएंगे और वे जान से हाथ धो बैठेंगे"।
इस धमकी भरे ईमेल से प्रशासन, सुरक्षा एजेंसियों और खुफिया तंत्र में हलचल मच गई। तत्काल प्रभाव से एयरपोर्ट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई और बम डिस्पोजल स्क्वॉड सहित अन्य टीमें मौके पर तैनात कर दी गईं।
ईमेल जर्मनी के वीपीएन से भेजा गया
पुलिस जांच में सामने आया कि धमकी भरा यह ईमेल जर्मनी स्थित वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का इस्तेमाल कर भेजा गया है। इससे जांच एजेंसियों के सामने तकनीकी चुनौती खड़ी हो गई है, क्योंकि वीपीएन की मदद से भेजे गए ईमेल्स की लोकेशन और पहचान को ट्रैक करना बेहद कठिन होता है।
सूत्रों के अनुसार, ईमेल में ‘रोडकिल’ और ‘क्यों हमले के पीछे हैं’ जैसी संदिग्ध और अस्पष्ट बातें भी लिखी गई थीं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि यह किसी मानसिक रूप से असंतुलित या असामाजिक तत्व की करतूत हो सकती है — या फिर किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा भी कर सकता है।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, सघन तलाशी अभियान
ईमेल मिलते ही एयरपोर्ट पर तैनात सीआईएसएफ, स्थानीय पुलिस और खुफिया इकाइयों ने संयुक्त कार्रवाई शुरू की। एयरपोर्ट परिसर, पार्किंग, टर्मिनल और आसपास के क्षेत्र में बैगों व संदिग्ध वस्तुओं की सघन तलाशी ली गई। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी तरह का विस्फोटक बरामद नहीं हुआ है।
फ्लाइट संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा, लेकिन यात्रियों को सुरक्षा जांच के दौरान असुविधा का सामना करना पड़ा। एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों से संयम बरतने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, साइबर सेल जांच में जुटी
आगरा पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आईटी एक्ट और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। साइबर सेल, स्पेशल ब्रांच और अन्य एजेंसियां ईमेल के स्रोत की गहराई से जांच कर रही हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही ईमेल भेजने वाले की पहचान कर ली जाएगी और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी मिल चुकी हैं ऐसी धमकियां
यह पहली बार नहीं है जब आगरा एयरपोर्ट को इस तरह की धमकी मिली है। इससे पहले भी कुछ मौकों पर झूठी कॉल्स या ईमेल के जरिए अफवाहें फैलाने की कोशिशें की गई थीं, लेकिन इस बार जर्मनी के वीपीएन के जरिए भेजे गए ईमेल ने जांच को और जटिल बना दिया है।