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ये है असली जय और वीरू,दोस्ती ऐसी कि जुर्म में बन गए जोड़ीदार, पूरा मामला जानकर चकरा जाएगा आपका दिमाग

उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक फिल्मी कहानी जैसी हकीकत सामने आई। यहां पुलिस ने मुठभेड़ में दो ऐसे कुख्यात बदमाशों को पकड़ा, जिनका न सिर्फ नाम एक है, बल्कि गांव, दोस्ती और अपराध की दुनिया का सफर भी एक ही....
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उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक फिल्मी कहानी जैसी हकीकत सामने आई। यहां पुलिस ने मुठभेड़ में दो ऐसे कुख्यात बदमाशों को पकड़ा, जिनका न सिर्फ नाम एक है, बल्कि गांव, दोस्ती और अपराध की दुनिया का सफर भी एक ही है। दोनों का नाम सुमित है, थाना क्षेत्र का नाम दोघट और गांव का नाम नांगल है और दोनों बचपन के दोस्त हैं।

दरअसल, बचपन में स्कूल की बेंच पर इनकी दोस्ती शुरू हुई और आखिरकार अपराध की गलियों तक पहुंच गई। हत्या, लूट, डकैती से लेकर चेन स्नेचिंग तक- इनके अपराधों की फेहरिस्त लंबी है। वहीं, बड़ौत कस्बे में चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम देकर ये फिर सुर्खियों में आए और फिर एक युवक से उसका मोबाइल फोन और 1700 रुपये लूट लिए। रकम भले ही छोटी थी, लेकिन कानून की नजर में ये गंभीर अपराध था और पुलिस इनकी तलाश में थी और मुखबिरों का जाल बिछाया गया था।

किस्मत हर बार साथ दे रही थी लेकिन इस बार किस्मत ने धोखा दे दिया। विश्वसनीय मुखबिर की सूचना पर बागपत के थाना बिनौली पुलिस ने माखर पुलिया के पास जाल बिछाया। और बाइक पर आते समय उन्हें घेर लिया गया, दोनों तरफ से चली गोलियों के बीच एक सुमित के पैर में पुलिस की गोली लग गई, जबकि दूसरा सुमित भागने की कोशिश में जंगल की तरफ भागा- लेकिन कानून की पकड़ से वह कहां बच सकता था। पुलिस ने चंद मिनटों में ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल दोनों सुमित अब सलाखों के पीछे हैं- बचपन की दोस्ती ने उन्हें अपराध की राह पर पहुंचा दिया, लेकिन अब दोनों जेल की हवा भी खा रहे हैं। एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया- पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी। पुलिस ने घेराबंदी की जिसके बाद पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें एक बदमाश के पैर में गोली लग गई। दोनों शातिर हैं और दोनों का नाम सुमित है।

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