उत्तर प्रदेश विधानसभा, मॉनसून सत्र का तीसरा दिन, 24 घंटे लगातार चलेगा विशेष सेशन
उत्तर प्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र आज अपने तीसरे दिन बेहद खास बना हुआ है। विधानसभा में सदन की कार्यवाही 24 घंटे लगातार चलेगी। यह कार्यवाही आज सुबह 11 बजे से शुरू होकर कल सुबह 11 बजे तक जारी रहेगी।
जानकारी के अनुसार, इस विशेष 24 घंटे के सेशन का आयोजन विकसित उत्तर प्रदेश के विजन डॉक्यूमेंट पर व्यापक चर्चा के लिए किया गया है। सरकार की योजना है कि इस दौरान सदन के सभी सदस्य योजनाओं, उनके क्रियान्वयन और राज्य में विकास की दिशा पर विस्तार से बहस करें।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहल उत्तर प्रदेश के भविष्य के विकास और नीति निर्माण में अहम भूमिका निभाएगी। सदन में प्रस्तावित विजन डॉक्यूमेंट में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक, सामाजिक और बुनियादी ढांचे के विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की गई है। इसमें कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और ग्रामीण विकास जैसी योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है।
सदन के अधिकारियों ने बताया कि इस 24 घंटे के विशेष सेशन के लिए सभी सदस्यों को शिफ्ट वाइज कार्य निर्धारित किया गया है। प्रत्येक शिफ्ट में मंत्री और विधायक अपनी-अपनी जिम्मेदारी के अनुसार बहस और सवाल-जवाब में हिस्सा लेंगे। इससे सदन में सक्रिय और संतुलित चर्चा सुनिश्चित की जा सकेगी।
विधानसभा सत्र के दौरान विपक्षी दल भी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। उनका उद्देश्य सरकार से यह पूछना है कि विजन डॉक्यूमेंट में बताए गए विकास कार्यक्रम जमीन पर कितने प्रभावी रूप से लागू हो रहे हैं और राज्यवासियों को उनके प्रत्यक्ष लाभ कब मिलेंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि 24 घंटे का यह अनोखा सेशन राजनीतिक पारदर्शिता और नीति निर्माण में एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करेगा। सदस्यों को लगातार चर्चा में शामिल करने का उद्देश्य यह है कि सभी योजनाओं और उनके क्रियान्वयन पर समुचित जांच और बहस हो सके।
सदन में इस चर्चा के दौरान सदस्य अपने क्षेत्र के विकास, योजनाओं की गति और परियोजनाओं में आ रही बाधाओं पर भी सवाल उठा सकते हैं। साथ ही, यह मौका सरकार के लिए भी है कि वह अपनी योजनाओं की सकारात्मक उपलब्धियों और चुनौतियों को स्पष्ट रूप से सदन में पेश करे।
इस प्रकार का विशेष सेशन पहले कभी इतने लंबे समय तक नॉन-स्टॉप बहस के लिए आयोजित नहीं किया गया है। इसे राज्य के विकास और नागरिक कल्याण के लिए सदन की गंभीरता और समर्पण के रूप में देखा जा रहा है।
अंततः, उत्तर प्रदेश विधानसभा का यह 24 घंटे का मॉनसून सत्र न केवल विकास योजनाओं पर चर्चा का मंच है, बल्कि यह राज्य के भविष्य के लिए नीतिगत निर्णयों और पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी माना जा रहा है।

