अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर का कायाकल्प अंतिम चरण में, नवंबर में होगा ध्वजारोहण समारोह

रामनगरी अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि परिसर का भव्य कायाकल्प अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। निर्माण एजेंसियों और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, अक्टूबर के अंत तक राम मंदिर परिसर को सजाने-संवारने और उसे पूरी तरह दिव्यता से ओतप्रोत करने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके तुरंत बाद नवंबर माह में भव्य ध्वजारोहण समारोह का आयोजन किया जाएगा।
मंदिर परिसर को मिल रही दिव्यता की अंतिम रूपरेखा
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य गर्भगृह में पहले ही रामलला की प्रतिष्ठा हो चुकी है और अब बारी है परिसर के सभी उपमंदिरों, पथमार्गों, शिल्पकला और विद्युत साज-सज्जा को अंतिम रूप देने की।
परिसर में:
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अत्याधुनिक प्रकाश व्यवस्था,
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भव्य संगमरमर की नक्काशीदार दीवारें,
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श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, शौचालय और विश्राम कक्ष,
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सुंदर पुष्पवाटिकाएं,
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और आकर्षक लाइट एंड साउंड शो की तैयारी की जा रही है।
नवंबर में होगा भव्य ध्वजारोहण
राम मंदिर और परिसर के सभी शिखरों पर ध्वजा चढ़ाने का कार्य नवंबर माह में संपन्न होगा। इस अवसर पर एक वृहद धार्मिक और सांस्कृतिक समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें देशभर से संत, धर्माचार्य, राजनेता और लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।
“यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह राम मंदिर निर्माण की पूर्णता की एक ऐतिहासिक घोषणा भी होगी,” — श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सदस्य
पर्यटन और सुरक्षा को लेकर भी विशेष ध्यान
परिसर के साथ-साथ अयोध्या में पर्यटन सुविधाओं को भी लगातार बेहतर किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, सड़कों और पार्किंग की सुविधाएं लगभग पूरी हो चुकी हैं। सुरक्षा के लिए स्मार्ट निगरानी प्रणाली, सीसीटीवी कैमरे और कंट्रोल रूम बनाए जा रहे हैं ताकि श्रद्धालु पूरी तरह सुरक्षित अनुभव करें।
समापन की ओर गौरवशाली यात्रा
राम मंदिर निर्माण की यह यात्रा, जो वर्षों के संघर्ष और श्रद्धा से जुड़ी रही है, अब अपने गौरवशाली समापन की ओर बढ़ रही है। नवंबर में होने वाला ध्वजारोहण न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होगा, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक पुनर्जागरण की भी अभिव्यक्ति बनेगा।