मानसून की पहली बारिश बनी शहरवासियों के लिए मुसीबत, 120 मिमी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

जनपद में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार मानसून की पहली बारिश रविवार रात से शुरू हुई, जिससे जहां एक ओर उमस भरी गर्मी से राहत मिली, वहीं दूसरी ओर लगातार तेज बारिश ने शहरवासियों की मुश्किलें बढ़ा दीं। सोमवार सुबह तक जिले में करीब 120 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिससे कई इलाकों में जलभराव, बिजली आपूर्ति में बाधा और यातायात जाम जैसी समस्याएं उत्पन्न हो गईं।
राहत के साथ आफत बनी बारिश
रविवार रात से शुरू हुई बारिश सोमवार सुबह तक बिना रुके होती रही। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई और लोगों ने राहत की सांस ली। लेकिन बारिश के साथ ही गलियों, मुख्य सड़कों और बाजारों में पानी भर गया, जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
शहर के निचले इलाके जलमग्न
बारिश का सबसे अधिक असर शहर के निचले इलाकों में देखने को मिला, जहां जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण घरों और दुकानों में पानी घुस गया। स्कूल जाने वाले बच्चों, कार्यालय जाने वाले कर्मचारियों और मरीजों को अस्पताल पहुंचने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।
ट्रैफिक और बिजली व्यवस्था प्रभावित
लगातार बारिश के चलते कई इलाकों में ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही। कई जगहों पर वाहन बंद हो गए और सड़कों पर लंबी कतारें लग गईं। वहीं, तेज बारिश के कारण बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई। कई मोहल्लों में ट्रांसफार्मर फुंकने और तार गिरने की शिकायतें मिलीं, जिससे घंटों तक बिजली नहीं रही।
प्रशासन अलर्ट, राहत कार्य शुरू
हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने नगर निगम, बिजली विभाग और जलकल विभाग को अलर्ट कर दिया है। पंपों के जरिए जल निकासी, बिजली लाइन की मरम्मत और सफाई अभियान तेज कर दिया गया है। प्रशासन का दावा है कि हालात पर जल्द नियंत्रण पा लिया जाएगा।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटे तक इसी तरह बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। विभाग ने लोगों को बेहद जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी है।
इस पहली मानसूनी बारिश ने यह साफ कर दिया है कि शहर की नालियों, जलनिकासी और आपदा प्रबंधन की व्यवस्था अभी भी पूरी तरह तैयार नहीं है। यदि समय रहते सुधार नहीं किए गए तो आने वाले दिनों में और अधिक परेशानी हो सकती है।