कैलाश मानसरोवर यात्रा का पहला जत्था 15 जून को होगा रवाना, पर्यटन मंत्री गाजियाबाद से दिखाएंगे हरी झंडी

पांच वर्षों के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर पवित्र कैलाश मानसरोवर यात्रा का शुभारंभ होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई तैयारियों के तहत यात्रा का पहला जत्था 15 जून को रवाना होगा। इस विशेष अवसर पर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह गाजियाबाद में यात्रियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
पांच साल बाद फिर शुरू हो रही यात्रा
कोविड-19 महामारी के कारण कैलाश मानसरोवर यात्रा को बीते कई वर्षों से स्थगित कर दिया गया था। अब, हालात सामान्य होने के बाद श्रद्धालुओं के लिए यह धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा फिर से शुरू की जा रही है। यात्रा की बहाली से श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
सरकार ने किए व्यापक इंतजाम
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बार यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। यात्रा मार्ग पर सुविधाओं, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और आवास की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर, मेडिकल सपोर्ट, और स्थानीय प्रशासन की मदद भी तैनात की गई है।
यात्रा का शेड्यूल
यात्रा का यह पहला जत्था 15 जून को गाजियाबाद से रवाना होकर निर्धारित मार्ग से होते हुए नेपाल के रास्ते तिब्बत स्थित कैलाश मानसरोवर पहुंचेगा। यात्रा का समापन 25 अगस्त 2025 तक चरणबद्ध रूप से होगा, जिसमें कई जत्थे रवाना किए जाएंगे।
आस्था और विश्वास की प्रतीक
कैलाश मानसरोवर यात्रा को हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह भगवान शिव और पार्वती का निवास स्थल माना जाता है। यह यात्रा हर वर्ष हजारों श्रद्धालुओं के लिए एक सपना होती है। यात्रा कठिन जरूर होती है, लेकिन इसकी धार्मिक महत्ता और आध्यात्मिक अनुभव इसे विशेष बनाते हैं।
पर्यटन मंत्री का बयान
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा,
"कैलाश मानसरोवर यात्रा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि आस्था, विश्वास और संस्कृति का संगम है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने इस यात्रा को फिर से प्रारंभ करने का निर्णय लिया है, जो श्रद्धालुओं के लिए एक सुखद संदेश है। हम श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए हर स्तर पर तैयार हैं।”