
फतेहपुर जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बुधवार को दो साल के मासूम बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। मृतक का नाम आर्यन था, जो खागा कोतवाली क्षेत्र के लाखीपुर गांव निवासी शाहरुख का बेटा था। बताया गया कि बुधवार दोपहर आर्यन की अचानक तबीयत खराब हो गई। शाहरुख उसे पहले खागा के हरदो सीएचसी ले गया, जहां से डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पिता आर्यन को तुरंत जिला अस्पताल की इमरजेंसी में ले गए, लेकिन परिजनों का आरोप है कि वहां मौजूद स्टाफ ने कोई ध्यान नहीं दिया।
इमरजेंसी वार्ड में दो साल के मासूम की मौत
पिता शाहरुख का कहना है कि उन्होंने बार-बार डॉक्टर और स्टाफ से बेटे को देखने की गुहार लगाई, लेकिन न तो समय पर ऑक्सीजन दी गई और न ही दवा। चंद मिनटों में ही बेटे ने उनकी आंखों के सामने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
मासूम के पिता ने डॉक्टरों पर लगाए गंभीर आरोप
इस मामले पर सीएमएस डॉ. पीके सिंह ने बयान जारी किया है। उन्होंने बताया कि जब बच्चा अस्पताल पहुंचा तो उसकी मौत हो चुकी थी। डॉ. बीएम आर्या और फार्मासिस्ट राजकुमार ने उसकी जांच की थी। ऑक्सीजन दी गई थी लेकिन वह जा नहीं रही थी और ईसीजी भी ठीक से नहीं आ रही थी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। मामले की जांच की जा रही है।