
राजधानी लखनऊ के सृष्टि अपार्टमेंट, सुलभ आवास और आसपास के बड़े इलाके के निवासियों को बार-बार बिजली गुल होने की समस्या से अब राहत मिल गई है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) द्वारा बनाए गए सृष्टि उपकेंद्र में लंबे समय से तकनीकी खामी बनी हुई थी, जिसके कारण क्षेत्रवासियों को रोजाना बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा था।
शुक्रवार को लेसा (लखनऊ इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई एडमिनिस्ट्रेशन) की तकनीकी टीम ने बड़ी कार्यवाही करते हुए उपकेंद्र की मुख्य तकनीकी दिक्कत को दूर कर दिया। उपकेंद्र में लगे 33,000 वोल्ट करंट के पैनलों को अब अंदर से बाहर स्थापित कर दिया गया है, जिससे ओवरहीटिंग और अन्य तकनीकी रुकावटों की संभावना समाप्त हो गई है।
लगातार हो रही थी शिकायतें
बीते कई महीनों से सृष्टि अपार्टमेंट और सुलभ आवास के निवासी बिजली कटौती और लो-वोल्टेज की समस्या से परेशान थे। स्थानीय लोगों की शिकायत थी कि उपकेंद्र की खराबी के कारण हर दिन घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रहती थी, जिससे घरों के साथ-साथ छोटे व्यवसाय भी प्रभावित हो रहे थे।
LESA ने की त्वरित कार्रवाई
शिकायतों और लगातार हो रहे तकनीकी फेल्योर को देखते हुए लेसा ने विशेष तकनीकी टीम गठित की। जांच में पाया गया कि उपकेंद्र में 33 केवी (हाई वोल्टेज) पैनल्स की स्थिति ठीक नहीं है और उनकी आंतरिक फिटिंग से गर्मी व स्पार्किंग की समस्या हो रही है। इसके बाद तत्काल निर्णय लिया गया कि इन पैनलों को बाहर ट्रांसफर किया जाए ताकि वेंटिलेशन बेहतर हो और फॉल्ट की स्थिति में पहुंच सरल हो।
स्थानीय निवासियों ने ली राहत की सांस
शुक्रवार को समस्या के स्थायी समाधान के बाद क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली। कई निवासियों ने एलडीए और लेसा की कार्यशैली की सराहना की। उनका कहना है कि अगर यह कदम पहले उठाया गया होता, तो उन्हें महीनों की परेशानी से बचाया जा सकता था।
एलडीए और लेसा की संयुक्त योजना
अब एलडीए और लेसा मिलकर अन्य उपकेंद्रों की भी तकनीकी समीक्षा करेंगे, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके। खासतौर से उच्च-वोल्टेज आपूर्ति वाले उपकेंद्रों को बेहतर तकनीकी ढांचे से लैस करने की योजना पर काम शुरू हो गया है।