प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को सात साल बाद जिले के अंदर सामान्य तबादले का मौका

प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों को सात वर्षों के लंबे इंतजार के बाद जिले के अंदर सामान्य तबादले का अवसर मिलेगा। यह पहली बार 2017 के बाद हो रहा है, जिससे शिक्षकों को अपनी सुविधा और आवश्यकतानुसार स्थानांतरण का मौका मिलेगा।
तबादले की खास बातें
बेसिक शिक्षा परिषद ने सोमवार को इस प्रक्रिया को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों के अनुसार तबादले मुख्य रूप से शिक्षक-छात्र अनुपात के आधार पर होंगे। इसका मतलब यह है कि ज्यादा शिक्षकों वाले स्कूलों से कम शिक्षकों वाले स्कूलों में तबादले प्राथमिकता के साथ किए जाएंगे।
शिक्षक-छात्र अनुपात पर जोर
शिक्षक-छात्र अनुपात के अनुसार तबादला नीति से शिक्षण गुणवत्ता में सुधार और संसाधनों का सही वितरण सुनिश्चित होगा। यह कदम शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आवश्यक माना जा रहा है।