आगरा में ताज ट्रेपेजियम जोन प्रदूषण प्राधिकरण की बोर्ड बैठक, सीएंडडी वेस्ट और पर्यावरण नियमों का उल्लंघन करने वाली फर्मों से क्षतिपूर्ति वसूलने के निर्देश

ताज ट्रेपेजियम जोन (टीटीजेड) प्रदूषण प्राधिकरण की 64वीं बोर्ड बैठक बुधवार को आगरा मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में ताजमहल और उसके आसपास के क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण पर कड़ी चिंता व्यक्त की गई और विभिन्न मुद्दों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक के दौरान, खासतौर पर सीएंडडी (कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन) वेस्ट और पर्यावरण नियमों का उल्लंघन करने वाली फर्मों से क्षतिपूर्ति वसूलने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने कहा कि जो कंपनियां निर्माण और विध्वंस कार्यों के दौरान पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन करती हैं, उन्हें आर्थिक रूप से दंडित किया जाएगा। इन फर्मों से प्रदूषण के कारण हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति की जाएगी ताकि ताजमहल जैसे विश्व धरोहर स्थल की शांति और स्वच्छता बनी रहे।
बैठक में पर्यावरण के संरक्षण के लिए सख्त कदम उठाने पर जोर दिया गया। शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा, "ताज ट्रेपेजियम जोन में प्रदूषण नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। हम सुनिश्चित करेंगे कि जो भी कंपनियां या फर्में इस क्षेत्र में काम करती हैं, वे पर्यावरणीय मानकों का पालन करें। अगर कोई भी फर्म नियमों का उल्लंघन करती है, तो उसे सख्त दंड का सामना करना पड़ेगा।"
टीटीजेड क्षेत्र में पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए यह निर्णय बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि ताजमहल और आसपास के इलाके को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है। इन इलाकों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाना बेहद जरूरी है ताकि आने वाली पीढ़ियां इस धरोहर का सही रूप में देख सकें।
बैठक में यह भी चर्चा की गई कि सीएंडडी वेस्ट का सही तरीके से निपटान करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। निर्माण कार्यों से उत्पन्न होने वाले कचरे को सही तरीके से प्रबंधित किया जाएगा ताकि वह आसपास के वातावरण और जल स्रोतों को नुकसान न पहुंचाएं। इसके अलावा, निर्माण स्थलों पर धूल और अन्य प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए भी उपायों पर विचार किया गया।
यह निर्णय ताज ट्रेपेजियम जोन के संरक्षण में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, और इससे पर्यावरणीय स्थिति में सुधार होने की उम्मीद जताई जा रही है। बैठक के अंत में, शैलेंद्र कुमार सिंह ने सभी अधिकारियों को इस दिशा में पूरी गंभीरता से काम करने का निर्देश दिया और इसे ताजमहल के संरक्षण और पर्यावरणीय संतुलन के लिए जरूरी बताया।