Samachar Nama
×

राज्यकर अफसर बोले-उपायुक्त ने मुझे दफ्तर में पीटा, एसएसपी के आदेश पर जांच शुरु

राज्यकर अफसर बोले-उपायुक्त ने मुझे दफ्तर में पीटा, एसएसपी के आदेश पर जांच शुरु

अलीगढ़ में जीएसटी कार्यालय में भ्रष्टाचार के विवाद के चलते गुरुवार को अधिकारियों के बीच मारपीट हो गई। यहां एक राज्य कर अधिकारी ने एसएसपी को लिखित शिकायत देकर डिप्टी कमिश्नर पर कार्यालय में बुलाकर लात-घूंसों से पिटाई करने का आरोप लगाया है। शिकायत में कहा गया है कि डिप्टी कमिश्नर ने एक व्यापारी और वकील के सामने भी उनका अपमान किया।

मूल रूप से प्रयागराज के गंगा विहार कॉलोनी ट्रांसपोर्ट नगर 331 निवासी महेंद्र प्रताप सिंह अलीगढ़ के तालानगरी जीएसटी कार्यालय में राज्य कर अधिकारी हैं। 15 मई की दोपहर एसएसपी से मिले एमपी सिंह ने लिखित शिकायत देकर बताया कि अखिलेश कुमार सिंह उनके कार्यालय में डिप्टी कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने मुझे दोपहर करीब डेढ़ बजे अपने कार्यालय में बुलाया। उस समय वहां एक व्यापारी और एक वकील मौजूद थे। उनके सामने ही अखिलेश सिंह ने उन पर हमला किया और गाली-गलौज की। जब उसने बाहर आने की कोशिश की तो उन्होंने उसे पकड़ लिया और लात-घूंसों से पीटा। उसने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। इस लड़ाई में उन्हें अंदरूनी चोटें आईं। एसएसपी ने हरदुआगंज पुलिस को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

इस मामले में मिली शिकायत के आधार पर थाना पुलिस को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। जांच के दौरान जो भी स्पष्ट होगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं। राज्य कर अधिकारी जांच और अभियोजन में हमारा सहयोग नहीं कर रहे हैं। हाल ही में एक जांच के लिए जाते समय वह रास्ता भटक गए। प्राधिकारियों के विरुद्ध संघर्ष की स्थिति भी उत्पन्न हो गई है। यही कारण है कि वे निराधार आरोप लगा रहे हैं। दोनों अधिकारियों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। दोनों को शुक्रवार को बुलाया गया है। दोनों की बात सुनी जाएगी, लेकिन अधिकारियों के ध्यान में लाए बिना कानूनी कार्रवाई करना गलत है।

पहले वे छापा मारेंगे और फिर झूठी रिपोर्ट दर्ज करेंगे।
जीएसटी कार्यालय में भ्रष्टाचार कब से चल रहा है, यह तो सवाल है ही, लेकिन इस मारपीट के बाद गुरुवार को राज्य के कर अधिकारियों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने खुलेआम कहा कि अधिकारी पहले छापेमारी करते हैं, खुद भ्रष्टाचार में लिप्त होते हैं और फिर हमसे झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाते हैं। बात न मानने पर उसकी पिटाई की गई।

Share this story

Tags