सीतापुर धर्मांतरण मामला: पादरी समेत पांच आरोपी गिरफ्तार, चेन्नई से हो रही थी फंडिंग
सीतापुर जिले के इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र स्थित गांव रामपुर मथना मुराउनपुरवा में सामने आए धर्मांतरण के मामले ने मंगलवार को नया मोड़ ले लिया। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए पादरी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच में एक बड़े नेटवर्क के संकेत मिले हैं, जिसमें धर्मांतरण के लिए आर्थिक फंडिंग तमिलनाडु के चेन्नई से की जा रही थी।
क्या है पूरा मामला
गांव रामपुर मथना मुराउनपुरवा में रविवार को कुछ ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि कुछ लोग उन्हें प्रलोभन देकर धर्म बदलने को मजबूर कर रहे हैं। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शुरुआती पूछताछ के बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। इस दौरान एक पादरी और उसके सहयोगियों की भूमिका संदेह के घेरे में आई।
पांच गिरफ्तार, बैंक खाते से हुआ खुलासा
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने इस मामले की कड़ियों को जोड़ते हुए मंगलवार को पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें मुख्य आरोपी पादरी भी शामिल है, जिसकी पहचान लखीमपुर खीरी निवासी के रूप में हुई है। पुलिस ने जब उसके बैंक खातों की जांच की तो उसमें बड़ा खुलासा हुआ। बैंक खाते में चेन्नई से बड़ी मात्रा में पैसा ट्रांसफर किया गया था, जिसे धर्मांतरण गतिविधियों में खर्च किया जा रहा था।
ग्रामीणों को दिया जा रहा था प्रलोभन
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि ग्रामीणों को धर्म बदलने के लिए आर्थिक मदद, इलाज, बच्चों की पढ़ाई में सहायता और अन्य तरह के लालच दिए जा रहे थे। आरोप है कि पादरी और उसके सहयोगी गांवों में घूम-घूमकर कमजोर वर्ग के लोगों को अपने जाल में फंसा रहे थे।
पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच जारी
इस मामले में पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस का कहना है कि इस नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। मामले में चेन्नई से जुड़े फंडिंग स्रोतों की भी जांच की जा रही है, जिसके लिए संबंधित एजेंसियों से संपर्क किया गया है।
प्रशासन सतर्क
जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया है। धर्मांतरण के मामलों को लेकर प्रशासन पहले से ही सतर्क है और सभी थानों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। सीतापुर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को धर्म परिवर्तन के लिए दबाव या लालच दिया जा रहा है तो वह तत्काल पुलिस को सूचना दे। यह मामला उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं पर एक और गंभीर उदाहरण बनकर सामने आया है, जिसमें संगठित रूप से धन और प्रचार के जरिए लोगों की आस्था को बदलने की कोशिश की जा रही है।

