लखनऊ में मॉडल चाय वाली के साथ पुलिस की नोकझोंक, सिमरन गुप्ता को कपड़ा पकड़कर खींचा

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीती रात एक चाय की दुकान चलाने वाली युवती के साथ पुलिस की कथित मारपीट और अभद्रता का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। इस घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं लोगों की सहानुभूति सिमरन नाम की इस महिला के पक्ष में उमड़ रही है, जो कभी मॉडलिंग की दुनिया में थी और आज चाय की दुकान लगाकर अपने परिवार का पेट पाल रही है।
मॉडलिंग छोड़ शुरू की चाय की दुकान
सिमरन गुप्ता मूल रूप से गोरखपुर की रहने वाली हैं। कभी उन्होंने मॉडलिंग की दुनिया में अपना करियर बनाने की कोशिश की थी, लेकिन पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते उन्हें वह पेशा छोड़ना पड़ा। अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए सिमरन ने सबसे पहले गोरखपुर के हरिओम नगर तिराहे पर 'मॉडल चाय वाली' के नाम से एक चाय की दुकान शुरू की। इसके बाद वह लखनऊ आ गईं, जहां वह अब राम राम बैंक के पास चाय की दुकान चला रही हैं।
आधी रात पुलिस से हुई झड़प
सोमवार देर रात करीब 2 बजे लखनऊ पुलिस और सिमरन के बीच टकराव की स्थिति बन गई। पुलिस का कहना है कि शहर में रात 11 बजे के बाद दुकानें बंद करने का आदेश है, जिसके तहत वे सिमरन की दुकान भी बंद कराने गए थे। पुलिस के अनुसार, जब उन्हें दुकान बंद करने को कहा गया तो उन्होंने मना कर दिया और महिला सिपाही से उलझ गईं। घटना का जो वीडियो सामने आया है, उसमें देखा जा सकता है कि एक महिला सिपाही सिमरन की कॉलर पकड़कर उसे खींच रही है। वीडियो में सिमरन असहाय नजर आती हैं और पुलिसकर्मी से खुद को छुड़ाने की कोशिश करती हैं। वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है। सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है और सिमरन के समर्थन में पोस्ट शेयर कर रहे हैं।
पुलिस ने दी सफाई
वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले पर एक स्पष्टीकरण जारी किया है। लखनऊ पुलिस का कहना है कि सोमवार रात करीब 2 बजे मॉडल चाय वाली को दुकान बंद करने को कहा गया था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया और महिला पुलिसकर्मी से उलझ गईं। पुलिस ने यह भी बताया कि इससे पहले भी कई बार उन्हें समय पर दुकान बंद करने को कहा गया था, लेकिन उन्होंने निर्देशों का पालन नहीं किया। पुलिस का यह भी कहना है कि रात 11 बजे के बाद शहर में सभी दुकानों को बंद कराना प्रशासनिक आदेश का हिस्सा है और उसी के तहत कार्रवाई की जा रही थी।
सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा
घटना का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोग पुलिस के व्यवहार को लेकर नाराजगी जता रहे हैं। सैकड़ों यूजर्स ने सवाल उठाया है कि क्या किसी महिला के साथ इस तरह की बर्बरता उचित है, खासकर तब जब वह अपने मेहनत और ईमानदारी से रोजी-रोटी कमा रही हो? लोगों का कहना है कि देर रात दुकान बंद कराने की जगह पुलिस को पहले बातचीत करनी चाहिए थी और अगर नियमों का पालन न हो रहा हो, तो भी मानवीय तरीका अपनाया जाना चाहिए था।
सिमरन बनीं संघर्ष की प्रतीक
सिमरन की कहानी अब सिर्फ एक महिला की चाय दुकान तक सीमित नहीं रही। वह अब सोशल मीडिया पर संघर्ष और आत्मनिर्भरता की प्रतीक बन चुकी हैं। मॉडलिंग की चमकदार दुनिया छोड़कर सड़क किनारे चाय बेचने का उनका फैसला पहले ही चर्चा का विषय रहा है, और अब यह घटना उनके संघर्ष को और भी उजागर कर रही है। वायरल वीडियो ने एक बार फिर यह बहस खड़ी कर दी है कि क्या नियमों को लागू करने के नाम पर मानवीय गरिमा की अनदेखी की जा सकती है? और क्या पुलिस को इस तरह से किसी आम नागरिक विशेषकर महिला से व्यवहार करने की छूट है?