कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकानों पर नहीं दिखेगा दुकानदार का नाम, FSDA ने अपनाई नई रणनीति

सावन के महीने में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान कानून-व्यवस्था और सामाजिक समरसता को बनाए रखने के लिए प्रशासन लगातार नई रणनीतियां अपना रहा है। इस बार कांवड़ मार्ग पर स्थित दुकानों को लेकर एक अहम फैसला लिया गया है। अब दुकानों पर दुकानदार का नाम नहीं, बल्कि सिर्फ दुकान का नाम लिखा जाएगा।
यह निर्णय संभावित विवादों और भ्रम की स्थिति से बचने के लिए लिया गया है। कई बार दुकानों पर व्यक्तिगत नामों को लेकर आपत्ति या गलतफहमियां पैदा हो जाती थीं, जिससे साम्प्रदायिक तनाव की आशंका भी रहती थी। ऐसे में प्रशासन ने एहतियात के तौर पर यह रणनीति अपनाई है।
नाम जानने के लिए रहेगा डिजिटल विकल्प
यदि किसी को दुकान के मालिक का नाम जानना हो तो वह सीधे एक स्पेशल एप्लिकेशन या प्लेटफॉर्म के माध्यम से जानकारी हासिल कर सकेगा। यह व्यवस्था खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (FSDA) की ओर से लागू की गई है। इसके लिए विभाग ने एक प्रपत्र (फॉर्म) भी जारी कर दिया है, जिसे दुकानदारों को भरना अनिवार्य किया गया है।
प्रपत्र में ये जानकारी देना अनिवार्य
एफएसडीए द्वारा जारी प्रपत्र में दुकानदार को दुकान का नाम, मालिक का नाम, संपर्क नंबर, लाइसेंस नंबर और दुकान के स्थान से संबंधित पूरी जानकारी देनी होगी। यह डेटा विभागीय रिकॉर्ड में रहेगा, ताकि आवश्यक होने पर तत्काल जानकारी उपलब्ध कराई जा सके।
कांवड़ यात्रा में व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने की तैयारी
हर साल लाखों की संख्या में शिवभक्त हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना होते हैं। इस दौरान वे कई राज्यों से गुजरते हैं और रास्ते में भोजन, दवा, जल व विश्राम की आवश्यकता होती है। इसी क्रम में कांवड़ यात्रा मार्ग पर हजारों अस्थाई दुकानें भी लगती हैं।
प्रशासन की यह नई पहल इन दुकानों को लेकर किसी भी तरह के नाम आधारित विवाद या शंका को खत्म करने की कोशिश है।
एफएसडीए की अपील
खाद्य सुरक्षा विभाग ने सभी दुकानदारों से अपील की है कि वे समय रहते फॉर्म भरें और विभाग से समन्वय बनाएं। किसी भी नियम की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।