थाना श्रीनगर क्षेत्र के पवा गांव में बुधवार की दोपहर चल रहे एसआईआर (सर्वे ऑफ़ इंटरेक्टिव रजिस्टर) कार्य में बीएलओ की सहायता के लिए लगे शिक्षामित्र का शव गांव के बाहर स्थित कुएं में मिला। यह घटना पूरे गांव में शोक और सनसनी फैल गई है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक शिक्षामित्र दो दिन से अपने घर से लापता था। परिजनों ने उसकी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बुधवार को गांव के बाहर कुएं के पास शव मिलने से सभी हैरान रह गए। ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और आवश्यक प्रारंभिक जांच की। अधिकारियों ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृतक शिक्षामित्र की उम्र और पहचान पुलिस रिपोर्ट में दर्ज की जा रही है।
स्थानीय पुलिस सूत्रों ने बताया कि फिलहाल हत्या की आशंका नहीं टाली जा रही है और सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। दो दिन से लापता होने के कारण पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शव कुएं में कैसे पहुंचा।
गांववासियों और परिजनों ने कहा कि मृतक शिक्षामित्र हमेशा जिम्मेदारी से कार्य करते थे। एसआईआर और बीएलओ कार्य में उनकी सक्रिय भूमिका थी। परिजनों का कहना है कि वह किसी से कोई विवाद नहीं रखते थे और उनका अचानक लापता होना तथा शव का कुएं में पाया जाना चौंकाने वाला है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं में प्रारंभिक जांच में समय पर साक्ष्यों का सही संकलन और पोस्टमार्टम रिपोर्ट अहम भूमिका निभाती है। पुलिस को प्रत्येक पहलू पर ध्यान देना होगा ताकि घटना की वास्तविक वजह सामने आ सके।
पुलिस ने गांववासियों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध जानकारी या घटना की सूचना तुरंत थाने को दें। उन्होंने कहा कि परिजनों और समुदाय के सहयोग से जांच तेज गति से पूरी की जाएगी।
कुल मिलाकर, महोबा के पवा गांव में शिक्षामित्र का कुएं में शव मिलने की घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। पुलिस जांच में ही इस रहस्य का खुलासा होगा कि शव वहां कैसे पहुंचा और इसके पीछे क्या कारण थे।

