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शाहजहांपुर के खुटार में पिलर निर्माण को लेकर बवाल, कहासुनी के बाद पथराव और मारपीट, सात लोग गिरफ्तार

शाहजहांपुर के खुटार में पिलर निर्माण को लेकर बवाल, कहासुनी के बाद पथराव और मारपीट, सात लोग गिरफ्तार

शाहजहांपुर जिले के खुटार कस्बे में बुधवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। मेन रोड पर पिलर बनाने को लेकर दो पक्षों के बीच कहासुनी हुई, जो जल्द ही पथराव और डंडों की मारपीट में बदल गई। इस घटना से रोड पर भारी जाम लग गया और राहगीरों में भगदड़ की स्थिति बन गई। घटना के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं, जिससे इलाके में तनाव फैल गया है।

घटना खुटार के मुख्य बाजार क्षेत्र की बताई जा रही है, जहां मेन रोड पर एक निर्माण कार्य के तहत पिलर लगाए जा रहे थे। इसी दौरान दो पक्षों में यह विवाद हुआ कि पिलर की स्थिति सही नहीं है और यह सड़क के बीच में आ रहा है। पहले बात बहस तक सीमित रही, लेकिन थोड़ी ही देर में दोनों ओर से मारपीट शुरू हो गई। देखते ही देखते लोग लाठी-डंडे और पत्थर लेकर एक-दूसरे पर टूट पड़े।

स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों में भगदड़ मच गई। कई लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और सुरक्षित स्थानों की ओर भागे। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और ट्रैफिक पूरी तरह ठप हो गया। कई दुपहिया और चार पहिया वाहन सड़कों पर फंसे रह गए। कुछ राहगीरों ने जान बचाने के लिए पास के घरों और गलियों में शरण ली।

घटना की सूचना मिलते ही खुटार थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और उपद्रव कर रहे सात लोगों को हिरासत में ले लिया। पकड़े गए लोगों से पूछताछ की जा रही है और अन्य की पहचान के लिए वायरल वीडियो की जांच की जा रही है।

खुटार थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों में पहले से जमीन या निर्माण को लेकर तनाव था, जो इस पिलर निर्माण के बहाने उभर आया। उन्होंने कहा कि किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने सड़क पर चल रहे निर्माण कार्य की समीक्षा शुरू कर दी है और निर्माण एजेंसी को निर्देश दिए गए हैं कि कार्य तय मानकों के अनुसार किया जाए, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।

यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और स्थानीय सहमति न होने पर कैसे मामूली विवाद बड़ी हिंसा में तब्दील हो सकते हैं। पुलिस और प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

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