वंदे भारत ट्रेन में सीट विवाद बना बवाल: BJP विधायक और यात्री में झड़प, झांसी स्टेशन पर मारपीट

निजामुद्दीन से भोपाल जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस के एग्जीक्यूटिव क्लास में सीट बदलने को लेकर बृहस्पतिवार को बबीना से भाजपा विधायक और एक यात्री के बीच तीखी बहस हो गई। मामूली विवाद धीरे-धीरे इतना बढ़ गया कि झांसी स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही करीब आठ लोगों ने कोच में घुसकर भोपाल जा रहे 50 वर्षीय यात्री राजप्रकाश की बेरहमी से पिटाई कर दी।
घटना को लेकर ट्रेन में सफर कर रहे अन्य यात्रियों में दहशत फैल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, राजप्रकाश ने सीट को लेकर आपत्ति जताई थी, जिस पर बीजेपी विधायक से उनका विवाद हो गया। कहा जा रहा है कि सीट की अदला-बदली के मसले पर पहले तीखी बहस हुई, जिसके बाद ट्रेन जब झांसी स्टेशन पर रुकी, तो कथित रूप से विधायक के समर्थक वहां पहले से मौजूद थे। उन्होंने सीधे एग्जीक्यूटिव कोच में घुसकर राजप्रकाश के साथ मारपीट शुरू कर दी।
विधायक समर्थकों पर आरोप, जीआरपी में दोनों पक्षों ने दी तहरीर
यात्री राजप्रकाश ने घटना को लेकर जीआरपी थाने में तहरीर दी है, जिसमें उन्होंने बबीना विधायक के समर्थकों पर जानलेवा हमला करने और ट्रेन में जबरन घुसने का आरोप लगाया है। वहीं, विधायक की ओर से भी अपनी सफाई में जीआरपी को तहरीर दी गई है, जिसमें कहा गया है कि यात्री ने पहले बदसलूकी की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
मामले ने पकड़ा राजनीतिक तूल
घटना के सामने आने के बाद मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया और पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने लिखा, "अगर जनता के नुमाइंदे ही कानून हाथ में लेने लगें, तो आम आदमी का क्या होगा?" इस ट्वीट के बाद यह मामला सोशल मीडिया पर भी चर्चा में आ गया है।
रेलवे और जीआरपी की जांच शुरू
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और Government Railway Police (GRP) ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और ट्रेन में सफर कर रहे अन्य यात्रियों से पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, दोनों पक्षों की तहरीरों के आधार पर निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यात्रियों की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजधानी जैसी हाई-सिक्योरिटी ट्रेनों में इस तरह का हमला न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि सुरक्षा प्रबंधन की भी पोल खोलता है।
फिलहाल पूरे मामले में जांच जारी है और जीआरपी ने जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उचित कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।