ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद स्कूलों में लौटी रौनक, तिलक लगाकर हुआ विद्यार्थियों का स्वागत

ग्रीष्मकालीन अवकाश की समाप्ति के साथ ही मंगलवार को बेसिक और माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में एक बार फिर चहक लौट आई। लंबे अवकाश के बाद स्कूल पहुंचे बच्चों का शिक्षकों और स्कूल प्रशासन द्वारा तिलक लगाकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। कई स्कूलों में फूल माला और मिठाई के साथ बच्चों के पहले दिन को खास बनाने की कोशिश की गई।
स्कूलों में प्रातःकालीन सभा के दौरान शिक्षकों ने छात्रों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें अनुशासन, समय की पाबंदी और नए सत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। बच्चों के चेहरों पर भी दोबारा स्कूल आने की खुशी साफ झलक रही थी। शिक्षकों और अभिभावकों के मुताबिक, यह दिन बच्चों के लिए खास होता है क्योंकि वे अपने पुराने दोस्तों से फिर मिलते हैं और नए कक्षा में कदम रखते हैं।
नए सत्र की किताबें पहले ही वितरित
जिले के बेसिक स्कूलों में प्रशासन ने नए शैक्षिक सत्र की तैयारी पहले ही शुरू कर दी थी। गर्मियों की छुट्टियों के दौरान ही बच्चों को पाठ्यपुस्तकें वितरित कर दी गई थीं, ताकि वे समय से पढ़ाई शुरू कर सकें। किताबें मिलने से छात्रों और अभिभावकों को काफी राहत मिली है, क्योंकि इससे पढ़ाई में रुकावट नहीं आएगी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जानकारी दी कि जिले के अधिकांश प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सभी कक्षाओं के लिए किताबों की आपूर्ति पूरी कर दी गई है। इसके साथ ही, शिक्षकों को भी नए सत्र के अनुसार पाठ योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जा सके।
स्वच्छता और सुरक्षा का भी रखा गया ध्यान
स्कूलों के खुलने से पहले परिसर की सफाई और मरम्मत का कार्य भी संपन्न किया गया था। शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित किया कि स्कूल खुलने पर बच्चों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिले। कई स्कूलों में पेयजल व्यवस्था, शौचालय की मरम्मत और बैठने की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया।
अभिभावकों में भी दिखा उत्साह
स्कूल खुलने के साथ ही अभिभावकों में भी एक नई उम्मीद देखी गई। बच्चों को स्कूल छोड़ते समय उनके चेहरे पर संतोष और भरोसा था कि उनके बच्चे एक अच्छे शैक्षणिक वातावरण में पढ़ाई कर रहे हैं। कुछ स्कूलों में पहले दिन विशेष गतिविधियों का आयोजन भी किया गया, जिसमें बच्चों ने चित्रकला, कविता पाठ और समूह गीत जैसी प्रस्तुतियाँ दीं।
नए सत्र के साथ नई उम्मीदें
बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों सभी के मन में नए सत्र को लेकर उत्साह है। शिक्षा विभाग का भी जोर अब शैक्षणिक गुणवत्ता और छात्रों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने पर रहेगा।
जैसे ही कक्षाओं की घंटी बजी, बच्चे अपने-अपने कक्षों में पहुंचे और एक बार फिर शिक्षा की दुनिया में कदम रखा। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद लौटे इन नन्हे विद्यार्थियों ने स्कूल परिसर को एक बार फिर जीवंत कर दिया।