अखिलेश यादव और अनिरुद्धाचार्य महाराज विवाद में कूदीं सपा सांसद प्रिया सरोज, X पर पोस्ट कर दिया बयान
पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और अनिरुद्धाचार्य महाराज के बीच चल रहे जुबानी जंग में अब जौनपुर की मछलीशहर से सपा सांसद प्रिया सरोज भी कूद पड़ी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा कर मामले को और अधिक राजनीतिक और धार्मिक रंग दे दिया है।
क्या कहा प्रिया सरोज ने?
प्रिया सरोज ने अपने पोस्ट में लिखा—
"साधु-संतों से अपेक्षा होती है कि वे समाज में शांति और सद्भाव का संदेश दें, न कि किसी राजनीतिक दल या नेता को निशाना बनाकर धार्मिक मंच का दुरुपयोग करें। अखिलेश यादव जी के खिलाफ अपमानजनक भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"
पृष्ठभूमि क्या है?
हाल ही में अनिरुद्धाचार्य महाराज ने एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव को लेकर कुछ व्यक्तिगत और राजनीतिक टिप्पणी की थी। इस पर अखिलेश यादव ने भी पलटवार करते हुए कहा था कि
"कुछ लोग अब धर्म की आड़ में राजनीति कर रहे हैं।"
यह बयानबाज़ी अब धीरे-धीरे राजनीतिक तूफान का रूप लेती जा रही है।
प्रिया सरोज का बयान क्यों अहम?
मछलीशहर से सबसे युवा सांसद बनीं प्रिया सरोज का यह बयान सपा कार्यकर्ताओं और युवाओं के बीच खासा प्रभाव डाल सकता है। साथ ही पार्टी की ओर से एक संगठित प्रतिरोध की शुरुआत भी मानी जा रही है।
मुख्य बिंदु:
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अनिरुद्धाचार्य महाराज के बयान पर सपा सांसद प्रिया सरोज ने जताई आपत्ति।
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X पर पोस्ट कर दिया अखिलेश यादव का समर्थन।
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साधु-संतों को धार्मिक मर्यादा में रहने की नसीहत।
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विवाद को राजनीतिक मोड़ मिलने की आशंका।

