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सहारनपुर के सांगाठेड़ा चौहरे हत्याकांड में आरोपी भाजपा नेता के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, पुलिस ने 150 पन्नों में समेटे खौफनाक सच

सहारनपुर के सांगाठेड़ा चौहरे हत्याकांड में आरोपी भाजपा नेता के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, पुलिस ने 150 पन्नों में समेटे खौफनाक सच

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद के गंगोह थाना क्षेत्र स्थित गांव सांगाठेड़ा में हुए दिल दहला देने वाले चौहरे हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी भाजपा नेता योगेश रोहिला के खिलाफ 150 पन्नों से अधिक की चार्जशीट अदालत में दाखिल कर दी है। यह हत्याकांड हालिया वर्षों में प्रदेश की सबसे वीभत्स पारिवारिक हत्याओं में गिना जा रहा है, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया था।

पुलिस की ओर से दाखिल की गई चार्जशीट में हत्याकांड की बारीक से बारीक जानकारी, फॉरेंसिक रिपोर्ट, घटनास्थल की तस्वीरें, गवाहों के बयान और डिजिटल साक्ष्य शामिल किए गए हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी योगेश रोहिला ने पहले से ही साजिश रचते हुए अपनी पत्नी और तीन मासूम बच्चों की गोली मारकर हत्या की थी। यह पूरी घटना आरोपी के ही घर में अंजाम दी गई थी, जिसके बाद वह मौके से फरार हो गया था।

घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। गांववालों के अनुसार, परिवार एक सामान्य जीवन जी रहा था और किसी को इस तरह की क्रूरता की उम्मीद नहीं थी। आरोपी योगेश रोहिला भाजपा से जुड़ा हुआ स्थानीय नेता बताया जाता है, और उसका राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अच्छा-खासा प्रभाव था। लेकिन इस निर्मम वारदात के बाद उसकी छवि पूरी तरह धूमिल हो गई है।

हत्या की वजह घरेलू कलह और पारिवारिक तनाव को माना जा रहा है, हालांकि पुलिस जांच में कुछ आर्थिक विवादों और मानसिक असंतुलन के भी संकेत मिले हैं। चार्जशीट में यह भी बताया गया है कि आरोपी ने हत्याओं को अंजाम देने से पहले कुछ महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को नष्ट करने का प्रयास किया था, जिससे सबूत मिटाए जा सकें।

चार मासूम जिंदगियों को इस तरह खत्म कर देने की इस घटना ने न सिर्फ सहारनपुर, बल्कि पूरे राज्य को हिला दिया था। मृतकों में आरोपी की पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा शामिल थे। बच्चों की उम्र 4 से 10 वर्ष के बीच थी। घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पर संज्ञान लिया था और पुलिस को त्वरित जांच के निर्देश दिए थे।

अब जब चार्जशीट अदालत में दाखिल की जा चुकी है, तो मामले की सुनवाई की प्रक्रिया तेज होने की संभावना है। पुलिस ने यह भी कहा है कि वे इस मामले को "रेयर ऑफ द रेयरेस्ट" की श्रेणी में मानते हुए फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग करेंगे, ताकि मृतकों को जल्द से जल्द न्याय मिल सके।

यह मामला एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि समाज में पारिवारिक और मानसिक तनाव किस कदर भयावह रूप ले सकता है। योगेश रोहिला की इस जघन्य हरकत ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है और पीड़ित परिवार के लिए यह जख्म शायद ही कभी भर पाए।

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