हमले के बाद सबसे पहले यहां गया था रविंद्र, फोन से पत्नी का लिया था हालचाल, आरोपी ने किए कई खुलासे

गोरखपुर शाहपुर में पीजीएसएस के तीन साथियों पर हमले के बाद आरोपी रवींद्र अपनी ससुराल महराजगंज के मिठौरा चला गया था। फोन पर पत्नी का हालचाल पूछने के बाद वह सिसवा के लिए रवाना हो गए। घटना से पहले उसने अपने भाई से फोन पर बात की थी। ये बातें आरोपियों से पुलिस पूछताछ के दौरान सामने आईं।
महराजगंज के निचलौल के बेदौली गांव निवासी आरोपी रवींद्र सोनकर ने बुधवार को शाहपुर क्षेत्र स्थित पूर्वांचल ग्रामीण सेवा समिति (पीजीएसएस) के तीन साथियों पर कुल्हाड़ी से हमला कर दहशत फैला दी। शाहपुर थाना प्रभारी नीरज राय के अनुसार आरोपी रविन्द्र बेहद शातिर है।
घटना के बाद अपनी पहचान छिपाने के लिए उसने अपना सिर, दाढ़ी और मूंछ मुंडवा ली। आरोपियों से पूछताछ कर घटना से संबंधित सभी जानकारी हासिल की गई। आरोपी ने बताया कि उसने जौनपुर निवासी विवेक सिंह पर उसकी बेटी से मजाक करने पर हमला किया। इस दौरान बीच बचाव करने आए दो सहकर्मी भी घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि घायल विवेक सिंह और सुरक्षा गार्ड सुखल कुमार की हालत में सुधार है। उन्हें मेडिकल कॉलेज के सामान्य वार्ड में रखा गया है। एक अन्य घायल सहायताकर्मी, अर्टनेश्वर राय पहले ही ठीक होकर घर जा चुके हैं। अर्णेश्वर की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। साक्ष्य जुटाने के बाद जल्द ही आरोप पत्र भी दाखिल किया जाएगा।
एक साल पहले, उन्होंने महाराजगंज में अपने घर के बगल में एक मिशनरी स्कूल में भी काम किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, निचलौल थाने के बैदौली गांव के टोला बनरहिया गांव में स्थित आरोपी के घर पर गुरुवार को ताला लगा था। आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि रविन्द्र सोनकर चार भाइयों में दूसरे नंबर का है। चारों भाई लगभग दो दशकों से अपने परिवारों के साथ एक-दूसरे से अलग रह रहे हैं। बड़ा भाई साइकिल से बाजार जाता है और सब्जियाँ बेचता है। एक साल पहले रविन्द्र सोनकर गांव के पास स्थित एक मिशनरी स्कूल में जानवरों की देखभाल कर रहे थे। वह अपने तीसरे भाई के कहने पर गोरखपुर चले गये। वहां भी रवींद्र सोनकर पशुओं की देखभाल कर रहे थे। तीसरा भाई खलीलाबाद में रहकर वाहन चलाता है। जबकि सबसे छोटा भाई अपने परिवार के साथ ससुराल की पुश्तैनी जमीन पर रहता है।