राम मंदिर में हुई राम दरबार की स्थापना, सीएम योगी ने किया देव विग्रहों का अभिषेक; पहनाए गए आभूषण

जींद के एक युवक ने एक्सिस बैंक से लाखों रुपये का लोन लेने के लिए राजथल गांव में कृषि भूमि के फर्जी दस्तावेज तैयार कर तहसील में जमा करवा दिए थे, जिसके बाद राजस्व रिकॉर्ड में इसका खुलासा हुआ। यह जमीन किसी और के नाम पर है। जैसे ही यह मामला सामने आया तो आरोपी युवक ने तहसील से कुछ दस्तावेज चोरी कर लिए और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने इस मामले में चार युवकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार जींद निवासी रिंकू 30 मई को नारनौंद तहसील कार्यालय में आया और लोन लेने के लिए दस्तावेज जमा करवाए। रजिस्ट्रेशन क्लर्क ने राजस्व रिकॉर्ड की जांच की, जिसके बाद रिंकू ने मौखिक बयान दिया कि राजथल में उसकी कृषि भूमि है। वह जींद में एक्सिस बैंक की मुख्य शाखा से 18 लाख 65 हजार 900 रुपये का लोन लेने के लिए बैंक कर्मचारियों को साथ लेकर आया। इसके बाद बैंक कर्मचारियों और दो गवाहों के साथ उसकी फोटो खींची गई। उसने रजिस्ट्रेशन क्लर्क सुशील कुमार को बताया कि उसके पिता गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं। उन्हें इलाज के लिए लोन की जरूरत है।
चूंकि दो दिन की छुट्टी थी और बैंक में भी छुट्टी थी, इसलिए उसके पिता की तबीयत और भी खराब हो सकती थी। उसके बताए कारण से सहानुभूति जताते हुए नायब तहसीलदार ने एक पत्र पर हस्ताक्षर किए और रिंकू को राजस्व अभिलेखों में ऋण दर्ज करने का पत्र दिया। इस अभिलेख की एक प्रति कंप्यूटर ऑपरेटर राकेश शर्मा को दी गई और उसे अभिलेख दर्ज करने को कहा गया।
कंप्यूटर ऑपरेटर ने रिंकू से कहा कि तुम्हारा ऋण दर्ज होने में समय लगेगा। जब उसने अभिलेखों की जांच की तो रिंकू इस जमीन का मालिक नहीं था। उसने पाया कि यह जमीन राजथल गांव के सोनू और अमित के नाम पर है। कंप्यूटर ऑपरेटर ने तुरंत क्लर्क सुशील कुमार को इसकी सूचना दी, जिस पर ध्यान देते हुए रिंकू की तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला।
जब उसके कागजात चेक किए गए तो उनमें से कुछ गायब मिले। इसकी सूचना बैंक कर्मचारी को दी गई। बैंक कर्मचारियों ने उसकी तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। 112 पर सूचना दी गई, पुलिस ने भी बार-बार रिंकू को फोन किया, लेकिन वह बहाने बनाता रहा।
आखिरकार उसकी लोकेशन मिल गई और उस पर छापेमारी की गई, लेकिन वह अपना ठिकाना बदलता रहा। उजिंद निवासी प्रवीण चश्मावाला भी उसका सहयोगी है। उसने उसे लोन दिलवाने का भरोसा दिया था।
पूरी जांच की जा रही है
बलवान को लोन दिलवाने के लिए बैंक के पैनल पर तैनात वकील, रेवेन्यू रिकॉर्ड रिपोर्ट तैयार करने वाले वकील, मोठ रंगरान निवासी नंबरदार देवेंद्र कुमार व कृष्ण नंबरदार तथा इस काम में उसकी मदद करने वाले अन्य युवकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
थाना प्रभारी बलवान सिंह ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में रिंकू, प्रवीण, नंबरदार देवेंद्र कुमार, कृष्ण कुमार व अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जल्द ही सभी को पकड़ लिया जाएगा।