राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में छह साल बाद लौटी रौनक, शुरू हुई प्रवेश प्रक्रिया

छह साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (आरएमपीएसयू) का परिसर छात्रों की चहल-पहल से एक बार फिर गुलजार हो गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने विभिन्न शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे छात्रों और अभिभावकों में उत्साह का माहौल है।
विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा वर्ष 2019 में की गई थी, लेकिन स्थायी परिसर के निर्माण, अधिसूचना प्रक्रिया और प्रशासनिक तैयारियों में लंबा समय लग गया। अब जाकर विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक गतिविधियों की ओर ठोस कदम बढ़ाते हुए प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। पहले दो दिनों में कुल 160 विद्यार्थियों ने विभिन्न कोर्सों में दाखिला लिया है, जिससे विश्वविद्यालय में सकारात्मक शुरुआत का संकेत मिल रहा है।
20 जुलाई को होगी पहली प्रवेश परीक्षा
विश्वविद्यालय अपने शैक्षणिक इतिहास में एक और महत्वपूर्ण पड़ाव की ओर बढ़ रहा है। 20 जुलाई को आरएमपीएसयू की पहली प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी, जो एलएलएम (LLM) और एमएससी एग्रोनॉमी (M.Sc. Agronomy) पाठ्यक्रमों के लिए होगी। यह परीक्षा विश्वविद्यालय की शैक्षणिक यात्रा की एक महत्वपूर्ण शुरुआत मानी जा रही है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। परीक्षा केंद्र, सुरक्षा व्यवस्था और तकनीकी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है ताकि छात्रों को किसी भी तरह की असुविधा न हो।
आधुनिक सुविधाओं से युक्त परिसर
आरएमपीएसयू का नया परिसर आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी, प्रयोगशालाएं, छात्रावास और खेल मैदान जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि शिक्षा की गुणवत्ता के साथ-साथ छात्रों के सर्वांगीण विकास पर भी पूरा ध्यान दिया जाएगा।
छात्रों और अभिभावकों में उत्साह
नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत को लेकर छात्रों और उनके परिवारों में खासा उत्साह है। अलीगढ़ और आसपास के जिलों के छात्र अब उच्च शिक्षा के लिए अन्य शहरों की ओर रुख करने के बजाय अपने जिले में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
उम्मीदों का केंद्र बना आरएमपीएसयू
राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय अब क्षेत्र के छात्रों के लिए उम्मीद की एक नई किरण बन गया है। इसकी स्थापना का उद्देश्य क्षेत्र में उच्च शिक्षा के नए अवसरों को बढ़ावा देना है, और अब वह उद्देश्य धीरे-धीरे साकार होता दिखाई दे रहा है।