बीएसए पद पर रिंकू सिंह की तैनाती पर उठे सवाल, शैक्षिक योग्यता को लेकर मचा बवाल

भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते सितारे रिंकू सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी क्रिकेट की फिनिशिंग नहीं, बल्कि बीएसए (Basic Shiksha Adhikari) पद पर कथित तैनाती है। जैसे ही यह खबर सामने आई कि रिंकू सिंह को बीएसए के पद पर नियुक्त किया गया है, सामाजिक मीडिया से लेकर शिक्षा जगत तक में बहस छिड़ गई।
क्यों उठा विवाद?
दरअसल, बीएसए यानी बेसिक शिक्षा अधिकारी का पद एक अत्यधिक जिम्मेदार प्रशासनिक पद होता है, जिसकी नियुक्ति लोक सेवा आयोग (UPPSC) के जरिए होती है। इस पद के लिए उम्मीदवार का कम से कम पोस्ट ग्रेजुएट (PG) होना जरूरी है, जबकि रिपोर्ट्स के अनुसार रिंकू सिंह ने अभी हाईस्कूल भी पूरा नहीं किया है।
रिंकू सिंह को बीएसए बनाए जाने की खबर जैसे ही सामने आई, शिक्षा और प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई। लोगों ने सवाल उठाए कि क्या सरकार या किसी विभाग ने नियमों को ताक पर रखकर यह नियुक्ति की है, या यह सिर्फ एक प्रतीकात्मक या सम्मानजनक घोषणा है।
प्रशासन का क्या कहना है?
अब तक राज्य सरकार या शिक्षा विभाग की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। कई लोग मान रहे हैं कि यह महज एक गलतफहमी या अफवाह भी हो सकती है, जिसे सोशल मीडिया पर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
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कुछ यूजर्स ने कहा, "रिंकू सिंह को इस तरह का सम्मान मिलना गर्व की बात है, लेकिन पद की मर्यादा और योग्यता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।"
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वहीं, कई लोगों ने सरकार पर तंज कसते हुए लिखा, "अब क्या अगला डीएम कोई बॉलीवुड स्टार बनेगा?"
रिंकू सिंह की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं
अब तक रिंकू सिंह या उनके प्रबंधन की ओर से इस पूरे विवाद पर कोई टिप्पणी नहीं आई है।