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गोरखपुर-पाटलिपुत्र वंदे भारत एक्सप्रेस को PM मोदी दिखाएंगे हरी झंडी, 22 जून से शुरू होगी नियमित सेवा

गोरखपुर-पाटलिपुत्र वंदे भारत एक्सप्रेस को PM मोदी दिखाएंगे हरी झंडी, 22 जून से शुरू होगी नियमित सेवा

पूर्वांचल और बिहार के लाखों रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी सौगात की घोषणा हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को सिवान में आयोजित एक विशाल जनसभा के दौरान वर्चुअल माध्यम से गोरखपुर-पाटलिपुत्र वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ करेंगे। यह ट्रेन न केवल इन दोनों प्रमुख शहरों को जोड़ने का कार्य करेगी, बल्कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और यात्रियों की सुविधा को भी एक नया आयाम देगी।

उद्घाटन दिवस पर विशेष संचालन

वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन समारोह 20 जून को आयोजित किया जाएगा। उद्घाटन के दिन यह ट्रेन विशेष रूप से पाटलिपुत्र जंक्शन से पूर्वाह्न 11:50 बजे रवाना होगी और शाम को लगभग 9:30 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। यह विशेष सेवा केवल एक दिन के लिए होगी, ताकि ट्रेन का संचालन और रूट की औपचारिक शुरुआत की जा सके।

22 जून से नियमित सेवा, शनिवार को नहीं चलेगी

गोरखपुर-पाटलिपुत्र वंदे भारत एक्सप्रेस (26501/26502) की नियमित सेवा 22 जून से शुरू होगी। यह अत्याधुनिक ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलेगी — शनिवार को छोड़कर हर दिन इसका संचालन होगा। ट्रेन में अत्याधुनिक सुविधाएं, आरामदायक सीटिंग व्यवस्था और तेज रफ्तार जैसी विशेषताएं होंगी, जिससे गोरखपुर और बिहार के बीच का सफर बेहद सुगम और तीव्र हो जाएगा।

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस वंदे भारत ट्रेन

भारतीय रेलवे की वंदे भारत एक्सप्रेस अपने आधुनिक डिजाइन, एयरकंडीशन्ड चेयर कार और एग्जीक्यूटिव क्लास कोच के लिए जानी जाती है। ट्रेन में सुरक्षा के लिए ‘कवच’ तकनीक, प्रत्येक सीट के लिए चार्जिंग पॉइंट, इंफोटेनमेंट स्क्रीन, स्वचालित दरवाजे और बायो-वैक्यूम टॉयलेट की सुविधा दी गई है। यह ट्रेन विशेष रूप से शॉर्ट डिस्टेंस इंटरसिटी यात्राओं के लिए डिज़ाइन की गई है, जिससे यात्रियों को विमान जैसी सुविधा ट्रेन में ही मिल सके।

क्षेत्र के लोगों को मिलेगा बड़ा लाभ

गोरखपुर और पाटलिपुत्र के बीच चलने वाली यह वंदे भारत ट्रेन दोनों राज्यों — उत्तर प्रदेश और बिहार — के यात्रियों को तेज़, सुविधाजनक और समयबद्ध यात्रा का विकल्प देगी। विशेष रूप से छात्र, व्यापारी, मेडिकल मरीज और कामकाजी वर्ग के लोग इस सेवा से लाभान्वित होंगे। यह ट्रेन धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को जोड़ने में भी अहम भूमिका निभाएगी।

नए भारत की नई गति

गौरतलब है कि वंदे भारत ट्रेनें देश के विभिन्न हिस्सों में रेलवे के आधुनिकीकरण का प्रतीक बन चुकी हैं। यह सेवा ‘नए भारत की नई गति’ को दर्शाती है, जहां बुनियादी ढांचे के साथ-साथ यात्रियों की सुविधा और गुणवत्ता में भी निरंतर सुधार हो रहा है।

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