प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रा शिवान्या तिवारी को भेजी चिट्ठी, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बनाई पेंटिंग की प्रशंसा की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी की सातवीं कक्षा की छात्रा शिवान्या तिवारी को व्यक्तिगत रूप से चिट्ठी भेजकर उसकी कला प्रतिभा और राष्ट्र के प्रति उसके भावों की प्रशंसा की है। यह चिट्ठी सोमवार को शिवान्या के घर पहुंची, जिसे पाकर न केवल वह, बल्कि पूरा परिवार भावविभोर हो उठा।
शिवान्या ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर एक प्रेरणादायक पेंटिंग बनाई थी, जिसमें उसने अपने बाल सुलभ लेकिन गहन भावों के जरिए भारत के बदलते स्वरूप और सशक्त नारी शक्ति को उकेरा था। प्रधानमंत्री मोदी ने उसकी इस कलाकृति को देखकर न केवल सराहना की, बल्कि चिट्ठी में भावनात्मक रूप से उसे प्रोत्साहित भी किया।
प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा—
"ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अपने मन के भावों को जिस तरह आपने कैनवास पर उतारा है, उसे देखकर मैं अभिभूत हूं... अपनी पेंटिंग के जरिये आपने एक सशक्त और बदलते भारत की तस्वीर प्रस्तुत की है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप जैसे युवा साथी इस संकल्प की सिद्धि में अहम भूमिका निभाएंगे।”
प्रधानमंत्री की यह चिट्ठी मिलना किसी भी बच्चे के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण होता है और शिवान्या के परिवार के लिए भी यह जीवन भर की यादगार बन गया है। शिवान्या की मां ने बताया कि बेटी बचपन से ही चित्रकला में रुचि रखती है और देशभक्ति से जुड़ी घटनाओं को अक्सर रंगों के जरिए अभिव्यक्त करती है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ हाल ही में चर्चा में रहा एक बड़ा सैन्य अभियान है, जिसे भारतीय सेना ने साहस और दक्षता के साथ अंजाम दिया। इस ऑपरेशन की सफलता ने देशभर में गर्व और आत्मविश्वास का संचार किया, और इसी से प्रेरित होकर शिवान्या ने यह कलाकृति बनाई थी।
प्रधानमंत्री की ओर से आई चिट्ठी ने न केवल शिवान्या को प्रोत्साहित किया है, बल्कि देशभर के युवाओं और विद्यार्थियों के लिए यह एक प्रेरणा बन गई है कि यदि आपके विचार सकारात्मक हों और आप उन्हें सृजनात्मक ढंग से अभिव्यक्त करें, तो उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सकती है।
स्थानीय स्कूल प्रशासन और शिक्षकों ने भी इस उपलब्धि पर शिवान्या को बधाई दी है। विद्यालय की प्रधानाचार्या ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि हमारे विद्यालय की छात्रा को प्रधानमंत्री से प्रशंसा-पत्र प्राप्त हुआ है। इससे अन्य छात्र-छात्राओं को भी अपने हुनर को निखारने की प्रेरणा मिलेगी।
इस चिट्ठी के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया है कि वे देश के बच्चों और युवाओं की सोच, कला और रचनात्मकता को न केवल महत्व देते हैं, बल्कि उन्हें सीधे संवाद के जरिए प्रोत्साहित करना भी जरूरी समझते हैं।