पीठासीन अधिकारी अवकाश पर, सपा सांसद के विरुद्ध दाखिल मामले में 13 मई को होगी सुनवाई

राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में सपा सांसद रामजी लाल सुमन के खिलाफ हाथरस एमपी/एमएलए कोर्ट में दायर याचिका पर पीठासीन अधिकारी के अवकाश पर होने के कारण आठ मई को सुनवाई नहीं हो सकी थी। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 13 मई की तारीख तय की है।
थाना हाथरस गेट क्षेत्र के गांव हतीसा निवासी मतेंद्र सिंह गहलोत ने सांसद/विधायक दीपक नाथ सरस्वती की अदालत में याचिका दायर की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने सदन में जानबूझकर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें और उनके समाज के पूर्वज महाराणा संग्राम सिंह उर्फ राणा सांगा को देशद्रोही कहा।
2 मार्च 2025 को अपने बयान पर मांगे गए स्पष्टीकरण में उन्होंने पुनः अपनी टिप्पणी की पुष्टि करते हुए कहा कि सदन में दिया गया बयान सत्य है, जिसका उद्देश्य सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से भड़काऊ बयान देकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ना, सांप्रदायिक संघर्ष फैलाना तथा भावनाओं को ठेस पहुंचाना है।
आरोप है कि सुमन ने जानबूझकर सच्चे देशभक्त, हिंदुत्व के अग्रदूत, वीर योद्धा और सनातन धर्म के रक्षक राणा सांगा का अपमान और मानहानि की है तथा उनकी और उनके पूरे समुदाय की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है, जो एक अपराध है। कोर्ट के आदेश पर सीओ सिटी ने मामले की प्रारंभिक जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।