यूपी में मक्का उत्पादकता बढ़ाने की तैयारी, 4 जुलाई को कृषि भवन में बनेगी नई रणनीति

उत्तर प्रदेश में मक्का की उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से अब राज्य सरकार गंभीरता से कदम उठा रही है। इसी क्रम में 4 जुलाई को लखनऊ स्थित कृषि भवन में उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया जाएगा, जिसमें मक्का की बेहतर उपज और उन्नत तकनीकों पर चर्चा की जाएगी।
इस महत्वपूर्ण बैठक में भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान, लुधियाना (पंजाब) और अंतरराष्ट्रीय मक्का एवं गेहूं सुधार केंद्र (CIMMYT), मेक्सिको के वैज्ञानिक और कृषि विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।
मक्का उत्पादकता में सुधार की रणनीति
बैठक में मक्का की फसल से संबंधित तमाम मुद्दों पर मंथन किया जाएगा, जिनमें शामिल हैं:
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बेहतर किस्मों के बीज का चुनाव
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उन्नत कृषि तकनीकों का प्रयोग
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जलवायु अनुकूल खेती के उपाय
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कीट और रोग नियंत्रण के लिए वैज्ञानिक समाधान
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फसल की कटाई के बाद उपज का सुरक्षित भंडारण
अंतरराष्ट्रीय सहयोग से मिलेगा लाभ
मेक्सिको स्थित CIMMYT संस्था दुनिया भर में मक्का और गेहूं की उत्पादकता बढ़ाने के लिए मशहूर है। उनके वैज्ञानिकों की उपस्थिति से यूपी के कृषि अधिकारियों और किसानों को वैश्विक अनुभव और तकनीक का लाभ मिलेगा।
वहीं, लुधियाना का भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान पहले से ही देश में मक्का सुधार कार्यक्रमों का नेतृत्व करता रहा है।
किसानों को मिलेगा सीधा फायदा
राज्य सरकार की योजना है कि इस बैठक में बनी रणनीति के आधार पर प्रदेश के मक्का उत्पादक जिलों में प्रशिक्षण कार्यक्रम, बीज वितरण योजना, और खेत स्तर पर तकनीकी सहायता का संचालन किया जाए। इससे न केवल उत्पादकता बढ़ेगी, बल्कि किसानों की आय में भी इजाफा होगा।
कृषि विभाग का बयान
राज्य कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,
"यूपी में मक्का की खेती की अपार संभावनाएं हैं। लेकिन उपयुक्त जानकारी और तकनीक के अभाव में किसान इसका पूरा लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इस बैठक से प्रदेश की मक्का खेती को नई दिशा मिलेगी।"