बांके बिहारी मंदिर मे VIP दर्शन के नाम पर फर्जीवाड़ा, पुलिस ने 2 फर्जी बाउंसर को किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में स्थित प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है, जो खुद को बाउंसर बताकर श्रद्धालुओं से अवैध वसूली कर रहे थे। ये आरोपियों ने मंदिर परिसर में भक्तों को वीआईपी दर्शन का झांसा देकर उनसे पैसे वसूले और जबरन दर्शन करवाए।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों के नाम रोहित और लकी उर्फ छोटू हैं, जो मथुरा के ही निवासी हैं। ये दोनों सोशल मीडिया पर ‘माधव बाउंसर ग्रुप’ के नाम से सक्रिय थे और खुद को निजी सुरक्षा गार्ड बताकर भक्तों को वीआईपी दर्शन का झांसा देते थे। इनका तरीका बहुत ही चालाक था। मंदिर परिसर में ये ऐसे घूमते कि मानो मंदिर प्रशासन के अधिकारी हों। जो भी श्रद्धालु वीआईपी दर्शन की मांग करता, उससे ये पैसे वसूलते और फिर जबरन उसे अंदर दर्शन के लिए ले जाते।
सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर बढ़ाते थे दायरा
आरोपियों ने अपनी इस ठगी की वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इनके झांसे में आ सकें और संपर्क कर सकें। जब पुलिस को इन गतिविधियों की जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत जांच शुरू की।
गिरफ्तारी और प्रशासन की कार्रवाई
सदर क्षेत्राधिकारी संदीप सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच जारी है। मंदिर प्रशासन ने भी साफ किया है कि उनका इन बाउंसरों से कोई लेना-देना नहीं है और वे पूरी तरह से उनके खिलाफ हैं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस गैंग में और कौन-कौन शामिल है और अब तक उन्होंने कितने श्रद्धालुओं से पैसे वसूले हैं।
मंदिर परिसर की सुरक्षा बढ़ाई गई
बांके बिहारी मंदिर एक अत्यंत प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जहां रोजाना हजारों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं। ऐसे में फर्जी बाउंसरों द्वारा ठगी की घटनाओं को रोकने के लिए मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता बढ़ा दी है।
बांके बिहारी मंदिर का महत्व
बांके बिहारी मंदिर, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले के वृंदावन नगर में स्थित है और यह भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। यह मंदिर हिंदुओं के सबसे प्रमुख और पूजनीय तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है। यहां हर वर्ष लाखों श्रद्धालु दूर-दूर से दर्शन और पूजा के लिए आते हैं। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा और प्रशासन की सख्ती बेहद आवश्यक है ताकि भक्तों को ठगी और दुव्र्यवहार से बचाया जा सके और मंदिरों का पवित्र वातावरण बना रहे।