सावन के पहले दिन सीएम योगी ने किया रुद्राभिषेक, शिवभक्ति में लीन होकर मांगा जनकल्याण का आशीर्वाद
सावन माह की पावन शुरुआत पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार प्रातः काल गोरखनाथ मंदिर में विधिपूर्वक रुद्राभिषेक और हवन अनुष्ठान संपन्न किया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान शिव से चराचर जगत के कल्याण एवं प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।
सावन मास को भगवान शिव का विशेष महीना माना जाता है, और इस माह के पहले ही दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पारंपरिक आध्यात्मिक कर्तव्यों का पालन करते हुए रुद्राभिषेक किया। पूजा-अर्चना के दौरान वैदिक मंत्रों की गूंज और श्रद्धा के वातावरण ने मंदिर परिसर को पूरी तरह शिवमय कर दिया।
मुख्यमंत्री ने पूजा संपन्न करने के बाद गऊ सेवा भी की और मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि सावन का यह पावन महीना आत्मचिंतन, साधना और भक्ति का अवसर है। इसी भाव के साथ भगवान शिव की आराधना कर उन्होंने प्रदेश और देश के सभी नागरिकों के कल्याण की प्रार्थना की।
पूजन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा, "सावन भगवान शिव की भक्ति का प्रतीक है। यह महीना हमें संयम, सेवा और समर्पण का संदेश देता है। भगवान भोलेनाथ की कृपा से सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का वास हो—यही मेरी कामना है।"
मुख्यमंत्री की पूजा के दौरान मंदिर प्रशासन और पुजारियों द्वारा विशेष प्रबंध किए गए थे। रुद्राभिषेक में दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल सहित पंचामृत से अभिषेक किया गया और पुष्प अर्पित कर शिव तांडव स्तोत्र और महामृत्युंजय मंत्रों का जाप किया गया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में साधु-संत, मंदिर के सेवायत, भक्तगण एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री की शिवभक्ति और आध्यात्मिक साधना ने सभी श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।
गौरतलब है कि गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में योगी आदित्यनाथ हर वर्ष सावन मास में विशेष धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन करते हैं। उनकी भक्ति और आध्यात्मिक अनुशासन की झलक इस वर्ष भी सावन के पहले दिन देखने को मिली।
सावन की शुरुआत के साथ ही पूरे गोरखनाथ मंदिर परिसर में भक्ति का माहौल बन गया है और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। मंदिर प्रशासन द्वारा सुरक्षा और दर्शन व्यवस्था के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

