अमेठी में अफसर की अनोखी पहल: जूनियर कर्मचारी को खुद गाड़ी चलाकर घर छोड़ा, पूरे महकमे में हो रही सराहना

आमतौर पर सरकारी महकमों में अधिकारी और कर्मचारियों के बीच एक औपचारिक रिश्ता देखा जाता है, लेकिन उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से इससे बिल्कुल अलग और प्रेरणादायक उदाहरण सामने आया है। यहां एक प्रशासनिक अधिकारी ने अपने जूनियर कर्मचारी को खुद कार चलाकर उसके घर छोड़ा, जिससे पूरे विभाग और इलाके में सद्भाव और सादगी की मिसाल कायम हो गई।
अफसर की विनम्रता ने छू लिया दिल
मामला अमेठी जिला मुख्यालय से जुड़ा है, जहां एक वरिष्ठ अधिकारी (नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया) ने अपने एक जूनियर कर्मचारी की मदद करते हुए न केवल इंसानियत बल्कि आपसी सम्मान की भी मिसाल पेश की। अधिकारी ने न केवल उस कर्मचारी की परेशानी को समझा, बल्कि स्वयं गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर बैठकर उसे उसके घर तक सुरक्षित पहुंचाया।
इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो और तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें अधिकारी और कर्मचारी दोनों एक साथ नजर आ रहे हैं। अधिकारी की यह सादगी और अपनापन देखकर लोग तारीफों के पुल बांध रहे हैं।
कर्मचारी का भावुक प्रतिक्रिया
जूनियर कर्मचारी ने मीडिया से बातचीत में कहा:
“सर का यह व्यवहार मेरे लिए बेहद प्रेरणादायक है। आज के दौर में जब आमतौर पर अधिकारियों से दूरी महसूस होती है, ऐसे में उनका मेरे लिए खुद गाड़ी चलाना मेरे जीवन का खास पल बन गया है। मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं और उनके स्नेह के लिए कृतज्ञ हूं।”
महकमे में सकारात्मक माहौल
इस घटना के बाद से पूरे प्रशासनिक महकमे में अधिकारी की विनम्रता की चर्चा है। कर्मचारीगण इसे एक उदाहरण के तौर पर देख रहे हैं कि सम्मान और इंसानियत का रिश्ता ओहदों से कहीं ऊपर होता है।
उज्जवल भविष्य की शुभकामना
अधिकारी ने मौके पर जूनियर कर्मचारी के भविष्य की सफलता की कामना भी की और उसे प्रेरित करते हुए कहा कि:
“ईमानदारी और मेहनत से काम करने वाला व्यक्ति जरूर आगे बढ़ता है। मैं चाहता हूं कि तुम एक दिन इसी कुर्सी पर बैठो।”