अब सिग्नेचर ब्रिज देखेंगे वृंदावन वासी, 400 करोड़ की लागत से बनने जा रहा, कब तक हो जाएगा तैयार?
हर साल लाखों भक्त ठाकुरजी के दर्शन करने के लिए मथुरा, उत्तर मथुरा स्थित बांके बिहारी मंदिर आते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार इस स्थान पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार काम कर रही है। वहीं, केंद्र सरकार भी इस मामले में राज्य सरकार से कम नहीं है। केंद्र सरकार जल्द ही वृंदावन की सूरत बदलने जा रही है या यूं कहा जा सकता है कि वृंदावन जल्द ही नए स्वरूप में नजर आएगा। जिससे यहां आने वाले लोगों को लाभ मिलेगा।
आपको बता दें कि ठाकुर बांके बिहारी की नगरी वृंदावन काफी प्रसिद्ध है और यहां भक्तों का तांता लगा रहता है। ऐसे में अभी कुछ दिन पहले ही वृंदावन बाईपास के विस्तारीकरण की बात सामने आई थी जिसके लिए 1645 करोड़ रुपए की धनराशि भी स्वीकृत हो चुकी है और इस कार्य को करने के लिए सभी अधिकारी और विभाग काम पर लग गए हैं लेकिन इसके साथ ही एक और कार्य होने जा रहा है जो बेहद महत्वपूर्ण और उत्साहजनक है।
वृंदावन में 400 करोड़ रुपये की लागत से पुल बनाया जाएगा।
तीर्थ स्थल वृंदावन के जुगलघाट से बेगमपुर पार्किंग तक पुल बनाया जाएगा। यह पुल जर्मन तकनीक पर आधारित होगा और इसका नाम सिग्नेचर ब्रिज रखा गया है। इसके अतिरिक्त, इस पुल के निर्माण पर लगभग 400 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस पुल के निर्माण के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग और एक्सप्रेसवे से आने वाले श्रद्धालुओं को काफी आसानी होगी और वे ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के साथ ही सप्त देवालयों के दर्शन भी आसानी से कर सकेंगे।
1645 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को मंजूरी
डेढ़ किलोमीटर लंबे इस सिग्नेचर ब्रिज में एक एलिवेटेड रोड भी शामिल है, जो वृंदावन के विभिन्न मंदिरों को जोड़ेगा। उम्मीद है कि यह पुल तीन साल में बनकर तैयार हो जाएगा। वृंदावन बाईपास के नाम से बनने वाली इस परियोजना की लागत करीब 1645 करोड़ रुपये होगी। यह बाईपास यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा और राष्ट्रीय राजमार्ग तक जाएगा, जिसमें कई कट भी होंगे। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि वृंदावन में पर्यटन को बढ़ावा देने और ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 1645 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है।
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर तक पहुंचने के लिए सिग्नेचर ब्रिज भी बनाया जाएगा, जिस पर 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अतिरिक्त, इस पुल के निर्माण से ब्रज में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी और वृंदावन को एक नया दर्जा प्राप्त होगा।