अब एसटीपी पर ऑफिस से ही नजर, ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम से लैस होंगे सभी प्लांट

नमामि गंगे परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश में सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को अब ऑनलाइन कंट्रोल मॉनिटरिंग सिस्टम से जोड़ा जा रहा है। इस पहल की शुरुआत ग्रेटर नोएडा से हो चुकी है, जहां बादलपुर स्थित एसटीपी की ऑनलाइन मॉनिटरिंग का कार्य आरंभ कर दिया गया है।
तकनीक से होगा सीवेज पर नियंत्रण
अब अधिकारी कार्यालय से ही यह देख सकेंगे कि प्लांट कैसे काम कर रहा है, कितना पानी ट्रीट हो रहा है, और क्या कोई तकनीकी समस्या आ रही है या नहीं।
"ऑनलाइन कंट्रोल सिस्टम से निगरानी न केवल दक्षता बढ़ाएगी, बल्कि भ्रष्टाचार और लापरवाही की गुंजाइश भी कम होगी," एक प्राधिकरण अधिकारी ने बताया।
नमामि गंगे मिशन के तहत बड़ा कदम
नमामि गंगे योजना का उद्देश्य गंगा सहित अन्य नदियों को प्रदूषण मुक्त करना है। इसके अंतर्गत यूपी के विभिन्न जिलों के एसटीपी को डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम से लैस किया जा रहा है ताकि सीवर के पानी को उचित ढंग से शुद्ध किया जा सके।
क्या होंगे फायदे?
-
रियल टाइम डेटा उपलब्ध होगा
-
कमी या खराबी की तुरंत जानकारी मिलेगी
-
जल प्रदूषण को रोकने में मदद मिलेगी
-
ऑपरेशन और मेंटेनेंस पर खर्च कम होगा
आगे क्या योजना है?
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की योजना है कि जल्द ही सभी एसटीपी को इस प्रणाली से जोड़ा जाए। आने वाले महीनों में दादरी, सूरजपुर और इकोटेक क्षेत्रों के एसटीपी भी मॉनिटरिंग नेटवर्क से जुड़ेंगे।