बर्खास्त अभियंता अंबरीश गौतम की संदिग्ध मौत पर 3 दिन बाद भी FIR नहीं, परिजनों ने CBI जांच की मांग उठाई
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से बर्खास्त किए गए अवर अभियंता अंबरीश गौतम की संदिग्ध हालात में हुई मौत के तीन दिन बीत जाने के बाद भी अब तक पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है। इससे मृतक के परिजनों में गहरा आक्रोश है। परिवार का आरोप है कि यह सिर्फ एक मौत नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित हत्या है जिसे दबाने की कोशिश की जा रही है।
परिजनों का आरोप: पुलिस कर रही लापरवाही
मृतक के भाई अंकुर गौतम ने झांसी पुलिस पर सीधी लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अंबरीश गौतम बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में हुए 200 करोड़ रुपये के घोटाले की कड़ी जांच से जुड़े हुए थे और घोटाले को उजागर करने के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। अब उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत को आत्महत्या या सामान्य मौत बताकर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।
अभी तक नहीं दर्ज हुई एफआईआर
घटना के बाद से परिजन लगातार एफआईआर दर्ज कराने के लिए पुलिस के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। परिजनों का कहना है कि वे साक्ष्य समेत पुलिस को आवेदन दे चुके हैं, फिर भी जानबूझकर मामले को नजरअंदाज किया जा रहा है। उनका यह भी कहना है कि अंबरीश की मौत अचानक नहीं हुई, बल्कि एक सुनियोजित साजिश के तहत की गई हत्या हो सकती है।
मुख्यमंत्री और यूपी पुलिस से की CBI जांच की मांग
भाई अंकुर गौतम ने इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए CBI से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी पुलिस को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर टैग कर पोस्ट किया है और घटना की उच्चस्तरीय जांच की गुहार लगाई है। उन्होंने लिखा कि अगर इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं होती है, तो वे न्याय के लिए धरना और आंदोलन करने को भी मजबूर होंगे।
स्थानीय लोगों और छात्रों में भी नाराजगी
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से जुड़े कई छात्र और स्थानीय लोगों में भी इस मामले को लेकर गुस्सा है। उनका कहना है कि यदि किसी ईमानदार अधिकारी के साथ न्याय नहीं हुआ, तो भविष्य में कोई भी घोटालों को उजागर करने की हिम्मत नहीं करेगा।
पुलिस का पक्ष
झांसी पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है और जल्द ही स्पष्ट कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल परिजनों की मांग है कि अंबरीश गौतम की मौत को लेकर पुलिस जल्द से जल्द एफआईआर दर्ज करे और मामले की CBI जांच कराई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा मिल सके।
Ask ChatGPT

