प्रदेश में बनेंगे नौ नए एक्सप्रेसवे, जानिए किन जिलों से होकर निकलेंगे, अभी छह एक्सप्रेसवे हैं संचालित

उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का नया रिकार्ड बनने वाला है। राज्य में छह एक्सप्रेसवे संचालित हैं। छह नये एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन हैं तथा नौ नये एक्सप्रेसवे के प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया गया है। इनमें चित्रकूट से रीवा लिंक एक्सप्रेसवे, मेरठ-हरिद्वार एक्सप्रेसवे और लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे के अलावा गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे और गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे प्रमुख मार्ग हैं। इस एक्सप्रेसवे पर 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी।
एक्सप्रेसवे राज्य के रूप में उत्तर प्रदेश ने अपनी गति और बढ़ा दी है। वर्तमान में राज्य में छह एक्सप्रेसवे चालू हैं। जिनमें से एक मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे है, जिसे एनएचएआई ने तैयार किया है। निर्माणाधीन छह एक्सप्रेसवे में से तीन का निर्माण यूपीडीए और तीन का निर्माण एनएचएआई द्वारा किया जा रहा है। प्रस्तावित नौ एक्सप्रेसवे में से सात का निर्माण यूपीडीए द्वारा और दो का निर्माण एनएचएआई (गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे और गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे) द्वारा किया जाएगा। नौ नये एक्सप्रेस-वे बनने के बाद उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 4374 किमी हो जाएगी। अन्य राज्यों को इस रिकार्ड के करीब पहुंचने में कम से कम पांच साल लगेंगे।
औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा
प्रदेश के हर जिले को देश के हर हिस्से से जोड़ने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप यूपी में एक्सप्रेस-वे के निर्माण में तेजी लाई जा रही है। इस प्रक्रिया के तहत नौ नये एक्सप्रेसवे बनाने की योजना है। इससे औद्योगिक विकास की गति तेज होगी। - श्रीहरि प्रताप शाही, एसीईओ, यूपीडा
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वर्तमान में संचालित एक्सप्रेसवे
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे 24.53 किमी.
यमुना एक्सप्रेसवे 165 किमी
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे 302 किमी.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 341 किमी.
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे 296 किमी.
मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे 96 किमी.
कुल लंबाई 1224.53 किमी.