शहर में हाल ही में सामने आए दो सगी बहनों के धर्मांतरण मामले के बाद पुलिस ने एक नए धर्मांतरण रैकेट का खुलासा किया है। आगरा पुलिस ने इस गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं।
रैकेट का संचालन
पुलिस के अनुसार, गिरोह का संचालन राजकुमार लालवानी नामक व्यक्ति द्वारा किया जा रहा था। वह शाहगंज के केदारनगर का रहने वाला है। राजकुमार लालवानी ने चार साल पहले हिन्दू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म स्वीकार किया था। इसके बाद उसने आगरा में यह रैकेट स्थापित किया।
प्रलोभन और कार्यप्रणाली
राजकुमार लालवानी और उसके सहयोगी लोगों को क्रिश्चियन स्कूलों में नौकरी, बच्चों की पढ़ाई और बीमारियों के इलाज का प्रलोभन देते थे। पुलिस के मुताबिक, इसके बदले उन्हें पैसे मिलते थे। आरोपी ने पूछताछ में इस रैकेट की सारी जानकारी पुलिस को दी।
बरामद सामग्री
पुलिस ने लालवानी के ठिकाने से बाइबिल, ईसाई धर्म की किताबें और अन्य संबंधित सामग्री बरामद की है। इससे पुलिस को रैकेट के कार्य और धर्मांतरण की योजना का प्रमाण मिला है।
पुलिस की कार्रवाई
आगरा पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। जांच के दौरान अन्य संभावित पीड़ितों और सहयोगियों की पहचान की जा रही है।
सामाजिक और कानूनी पहलू
विशेषज्ञों का कहना है कि धर्मांतरण जैसे मामलों में सावधानी और कानून का पालन बेहद जरूरी है। पुलिस की सक्रियता और रैकेट का खुलासा समाज में लोगों के लिए चेतावनी भी है कि किसी भी प्रकार के प्रलोभन में फंसना खतरनाक हो सकता है।

