अवैध धर्मांतरण गिरोह का नेटवर्क सात राज्यों तक फैला, मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान ने दर्जनों युवतियों को फंसाया
देशभर में अवैध धर्मांतरण के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जांच में खुलासा हुआ है कि इस गिरोह ने अपना नेटवर्क कई राज्यों में फैला रखा है। गिरोह का मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान दिल्ली से इस पूरे रैकेट को संचालित कर रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अब्दुल रहमान ने अब तक सात राज्यों की दर्जनों युवतियों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन के जाल में फंसा लिया।
इस पूरे प्रकरण में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से कुछ युवतियाँ अब खुद गिरोह का हिस्सा बन चुकी हैं और नई लड़कियों को निशाना बनाने में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। पुलिस को इन युवतियों की पहचान मिल गई है और उनसे जुड़ी जानकारियाँ जुटाई जा रही हैं। इसके साथ ही, धर्म परिवर्तन कर चुकी कई युवतियों और उनके परिजनों से भी पुलिस ने संपर्क कर बयान दर्ज किए हैं।
गिरफ्तार मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान से पूछताछ में पता चला है कि यह गिरोह एक संगठित तरीके से काम करता था। सबसे पहले युवतियों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को परखा जाता था, फिर उन्हें भावनात्मक रूप से कमजोर कर धर्म परिवर्तन की ओर प्रेरित किया जाता था। इसके बाद उन्हें ‘नई जिंदगी’ और ‘नई पहचान’ का झांसा देकर संगठन से जोड़ दिया जाता था।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अब्दुल रहमान न सिर्फ खुद इस गिरोह को चला रहा था, बल्कि उसके संपर्क में कई स्थानीय एजेंट भी थे, जो अलग-अलग राज्यों में काम कर रहे थे। फिलहाल उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल की पुलिस से संपर्क किया है और मामले से जुड़ी जानकारियाँ साझा की जा रही हैं।
इस मामले में बुधवार को गिरफ्तार किए गए तीन अन्य आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इन तीनों से पूछताछ में भी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ हाथ लगी हैं, जिससे गिरोह की जड़ तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि यह केवल शुरुआत है। आने वाले दिनों में इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों की गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं। इसके अलावा, केंद्र सरकार से भी इस गिरोह की जांच के लिए केंद्रीय एजेंसियों की मदद लेने की तैयारी की जा रही है।
ध्यान देने योग्य है कि हाल के वर्षों में अवैध धर्मांतरण से जुड़े मामलों में बढ़ोतरी हुई है, जिससे कानून-व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द को गंभीर खतरा उत्पन्न हो रहा है। ऐसे में अब्दुल रहमान जैसे मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी और गिरोह के नेटवर्क का खुलासा, सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।

