उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के पढ़ुआ थाना क्षेत्र के गांव बैरिया में एक अनोखी घटना सामने आई है। रविवार रात दो मुस्लिम बहनें अपने प्रेमियों के घर पहुंचीं और उनसे शादी करने की जिद करने लगीं। दोनों बहनों का रुख देखकर गांव में रातभर पंचायत चली, और अंततः एक बड़े फैसले के तहत उनकी शादी उनके प्रेमियों से हिंदू रीति-रिवाज से कराए जाने का निर्णय लिया गया।
इस मामले में पंचायत के सदस्यों ने परिवारों को भी बुलाया और सभी के बीच काफी जद्दोजहद और बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया कि दोनों बहनों की शादी मंदिर में हिंदू विधि-विधान से कराई जाएगी। सोमवार को दोनों बहनों की शादी उनके प्रेमियों से मंदिर में हुई, जहां हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार पूरी प्रक्रिया को निभाया गया।
शादी के बाद दोनों बहनों ने अपने नाम भी बदल लिए और अब वे अपने प्रेमियों के साथ नये जीवन की शुरुआत करने जा रही हैं। यह घटना गांव में चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि धार्मिक और सांस्कृतिक भिन्नताओं के बावजूद इस निर्णय ने सबको चौंका दिया।
गांव में इस निर्णय का समर्थन करने वाले लोग भी हैं, जिन्होंने इसे प्रेम और सहमति के आधार पर लिया गया एक सकारात्मक कदम बताया। वहीं, कुछ लोग इसे लेकर असमंजस भी दिखा रहे हैं, और इस तरह के फैसले को लेकर भविष्य में संभावित कानूनी और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा हो रही है।
यह घटना न केवल लखीमपुर खीरी बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बन चुकी है, और यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या इस तरह के फैसलों के बाद समाज में रिश्तों और विवाहों के बारे में नजरिया बदल सकता है।

