मोहर्रम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने की पूरी तैयारी, 1841 ताजिया और 1662 जुलूसों की अनुमति

मोहर्रम के अवसर पर शांति और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए जिले में प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया है। इस बार जिले में कुल 1841 ताजिया रखे गए हैं और 1662 जुलूसों के निकलने की अनुमति दी गई है। प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए हैं, ताकि यह पर्व शांति और सौहार्द के माहौल में संपन्न हो सके।
सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था
संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर वहां सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की जा रही है। साथ ही, हॉट स्पॉट और पुराने विवाद स्थल पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रशासन की ओर से यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी प्रकार की असमंजस स्थिति पैदा न हो और कोई भी अप्रिय घटना न घटित हो।
जुलूसों और ताजिया की सुरक्षा
जिले में निकलने वाले 1662 जुलूसों और रखे गए 1841 ताजिया की सुरक्षा के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। पुलिस बल, पीएसी और दंगा नियंत्रण दल को तैनात किया गया है। इसके अलावा, प्रशासन ने सभी प्रमुख मार्गों और जुलूसों के रास्तों पर जगह-जगह पुलिस चेकपॉइंट्स और पैट्रोलिंग व्यवस्था भी बढ़ा दी है।
शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन की अपील
प्रशासन ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे आपसी भाईचारे के साथ मोहर्रम की प्रक्रिया को संपन्न करें और सभी नियमों का पालन करें। साथ ही, प्रशासन ने किसी भी प्रकार की अशांति फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी अल्टीमेटम दिया है।
प्रशासन का बयान
जिला अधिकारी ने कहा, "हमारी पूरी कोशिश है कि मोहर्रम का पर्व शांति से संपन्न हो। सुरक्षा के सभी प्रबंध किए गए हैं, और हम हर संभव कदम उठाकर इलाके की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।"