Samachar Nama
×

लखनऊ के ऐशबाग में बन रहा है 'मोती पार्क', 7 करोड़ रुपये की लागत से विकसित होगी 11 हेक्टेयर की पार्किंग

लखनऊ के ऐशबाग क्षेत्र में मोती झील के पास 7 करोड़ रुपये की लागत से एक भव्य पार्क बनाया जाएगा। यह परियोजना 11 हेक्टेयर क्षेत्र में फैलेगी और स्थानीय लोगों के लिए एक खूबसूरत और पर्यावरण के अनुकूल मनोरंजन स्थल के रूप में विकसित की जाएगी।  पार्क की प्रमुख विशेषताएं ‘मोती पार्क’ में कियॉस्क, वॉक-वे और पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी, जिससे यहां आने वाले लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। पार्क में हरियाली के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।  सीवर जल शुद्धिकरण की योजना परियोजना के तहत, आसपास के क्षेत्र से आने वाले सीवर जल को कंस्ट्रक्टेड वेटलैंड के माध्यम से शुद्ध किया जाएगा। शुद्धिकरण के बाद यह जल सीधे जमुना नदी और मोती झील में छोड़ा जाएगा, जिससे जल प्रदूषण में कमी आएगी और झील का प्राकृतिक ताजगी बनी रहेगी।  परियोजना की मंजूरी और बैठक गोमतीनगर स्थित एलडीए मुख्यालय में हाल ही में हुई बैठक में मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने इस प्रोजेक्ट सहित कई अन्य विकास कार्यों को मंजूरी दी। यह बैठक लखनऊ के विकास और पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।  स्थानीय प्रशासन की प्रतिबद्धता डॉ. रोशन जैकब ने इस योजना को न केवल एक पर्यावरण सुधार योजना के रूप में देखा बल्कि इसे स्थानीय जनता के लिए मनोरंजन और विश्राम स्थल के रूप में भी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रोजेक्ट से न केवल पर्यावरण संरक्षित होगा, बल्कि नागरिकों को स्वच्छ और हरे-भरे स्थानों पर समय बिताने का मौका मिलेगा।

लखनऊ के ऐशबाग क्षेत्र में मोती झील के पास 7 करोड़ रुपये की लागत से एक भव्य पार्क बनाया जाएगा। यह परियोजना 11 हेक्टेयर क्षेत्र में फैलेगी और स्थानीय लोगों के लिए एक खूबसूरत और पर्यावरण के अनुकूल मनोरंजन स्थल के रूप में विकसित की जाएगी।

पार्क की प्रमुख विशेषताएं

मोती पार्क’ में कियॉस्क, वॉक-वे और पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी, जिससे यहां आने वाले लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। पार्क में हरियाली के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।

सीवर जल शुद्धिकरण की योजना

परियोजना के तहत, आसपास के क्षेत्र से आने वाले सीवर जल को कंस्ट्रक्टेड वेटलैंड के माध्यम से शुद्ध किया जाएगा। शुद्धिकरण के बाद यह जल सीधे जमुना नदी और मोती झील में छोड़ा जाएगा, जिससे जल प्रदूषण में कमी आएगी और झील का प्राकृतिक ताजगी बनी रहेगी।

परियोजना की मंजूरी और बैठक

गोमतीनगर स्थित एलडीए मुख्यालय में हाल ही में हुई बैठक में मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने इस प्रोजेक्ट सहित कई अन्य विकास कार्यों को मंजूरी दी। यह बैठक लखनऊ के विकास और पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

स्थानीय प्रशासन की प्रतिबद्धता

डॉ. रोशन जैकब ने इस योजना को न केवल एक पर्यावरण सुधार योजना के रूप में देखा बल्कि इसे स्थानीय जनता के लिए मनोरंजन और विश्राम स्थल के रूप में भी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रोजेक्ट से न केवल पर्यावरण संरक्षित होगा, बल्कि नागरिकों को स्वच्छ और हरे-भरे स्थानों पर समय बिताने का मौका मिलेगा।

Share this story

Tags