मुरादाबाद पुलिस का बड़ा खुलासा: बुजुर्गों को हनीट्रैप में फंसा लूटने वाला गैंग गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से एक दिलचस्प और खतरनाक गैंग का भंडाफोड़ हुआ है, जो बुजुर्गों को हनीट्रैप में फंसा कर उनसे लूटपाट करता था। यह गैंग फिल्मी स्टाइल में बुजुर्गों को अपने जाल में फंसाता था। पुलिस ने इस गैंग के दो महिलाओं समेत चार आरोपियों को बुधवार को गिरफ्तार किया है।
कैसे काम करता था यह गैंग?
गैंग की लड़कियां सोशल मीडिया पर बुजुर्गों से चैटिंग करके दोस्ती कर लेती थीं। इसके बाद वह बुजुर्गों को मिलने के लिए अकेले बुलातीं। लेकिन जब बुजुर्ग निर्धारित जगह पर पहुंचते, तो वहां गैंग के अन्य मेंबर पहले से ही मौजूद रहते थे। फिर इसके बाद इन बुजुर्गों को ब्लैकमेल किया जाता और उनसे पैसे की वसूली की जाती। गैंग का modus operandi इतना चतुर था कि कई बुजुर्ग इससे बेखबर रहते हुए बिना किसी विरोध के लूटे जाते थे।
पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
मुरादाबाद पुलिस को जब इस गैंग के बारे में सूचना मिली, तो उन्होंने इसे तुरंत ट्रैक करना शुरू किया। पुलिस ने गुप्त जानकारी एकत्रित की और बुधवार को गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में गैंग के मास्टरमाइंड समेत अन्य मुख्य सदस्य शामिल हैं, जो इस पूरी साजिश को अंजाम देते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से कई मोबाइल फोन, सोशल मीडिया अकाउंट्स, और उनसे प्राप्त धन की राशि भी बरामद की है।
पुलिस का बयान:
मुरादाबाद पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "यह गैंग बुजुर्गों को निशाना बनाता था और उनके साथ न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक रूप से भी उत्पीड़न करता था। हमें गुप्त सूचना मिली थी कि यह गैंग बुजुर्गों को बुलाकर उनका शोषण करता था, जिसके बाद हमने एक विशेष टीम का गठन किया और ऑपरेशन चलाया। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है।"
समाज में फैलाया गया डर:
यह घटना यह साबित करती है कि किस तरह से सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। पुलिस ने अपील की है कि बुजुर्गों को ऐसी स्थितियों से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए और कभी भी अनजान लोगों से मिलने का निर्णय न लें। इसके अलावा, पुलिस ने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में परिवारों को भी बुजुर्गों के सोशल मीडिया एक्टिविटी पर नजर रखनी चाहिए, ताकि उन्हें धोखाधड़ी से बचाया जा सके।
आगे की कार्रवाई:
पुलिस अब गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और यह भी पता कर रही है कि इस गैंग ने और किन लोगों को अपने जाल में फंसाया है। साथ ही, पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि वे समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाएंगे ताकि भविष्य में इस तरह के अपराधों को रोका जा सके।

