इटावा कथावाचक प्रकरण पर मंत्री जयवीर सिंह का बड़ा बयान – "अपराध पर कार्रवाई में जाति नहीं, सबूत अहम"

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के दांदरपुर गांव में कथावाचक मुकुट मणि यादव के साथ हुई बदसलूकी के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। इस प्रकरण पर प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कड़ा बयान देते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा। मंत्री ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव बिना तथ्यों की जांच किए मामले को जातीय रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
जयवीर सिंह ने साफ कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जाति या धर्म देखकर नहीं, बल्कि सबूतों और कानून के आधार पर की जाती है। उन्होंने कहा कि सपा नेताओं की कोशिश है कि हर संवेदनशील मामले को जातीय दिशा देकर राजनीतिक लाभ उठाया जाए, लेकिन सरकार ऐसा नहीं होने देगी।
मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि इटावा के दांदरपुर गांव में कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहायक संत कुमार यादव के साथ हुई घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि 15 अन्य लोगों को उपद्रव फैलाने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान की जा रही है और घटना में जो भी शामिल पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
जयवीर सिंह ने कहा, "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में कानून व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। किसी भी निर्दोष के साथ अन्याय नहीं होगा, लेकिन कोई भी अपराधी चाहे वह किसी भी जाति या समुदाय से हो, उसे सजा अवश्य मिलेगी।"
उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल समाज में अशांति और भ्रम फैलाकर जनता को गुमराह करना चाहते हैं। लेकिन अब जनता जागरूक है और ऐसे हथकंडों को समझ चुकी है। जयवीर सिंह ने यह भी कहा कि पुलिस और प्रशासन को घटना की निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए गए हैं और किसी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाएगा।
उधर, इस मामले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया था जिसमें उन्होंने कथावाचक के साथ हुए बर्ताव को "जातिगत उत्पीड़न" करार दिया था। इसी बयान पर मंत्री जयवीर सिंह ने पलटवार किया है।
यह पूरा मामला अब राजनीतिक और सामाजिक दोनों मोर्चों पर चर्चा का विषय बन गया है। जहां एक ओर प्रशासन त्वरित कार्रवाई कर रहा है, वहीं दूसरी ओर इसे लेकर सियासी बयानबाजी भी तेज होती जा रही है। अब देखना होगा कि पुलिस की जांच से और क्या खुलासे सामने आते हैं।