खनन क्षेत्र बनेगा यूपी की अर्थव्यवस्था का आधार, जेएसडब्ल्यू, अदाणी, टाटा स्टील जैसे निवेशकों की रुचि, सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि प्रदेश को 10 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में खनन क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र अब राज्य की आर्थिक प्रगति, निवेश संवर्धन और स्थानीय रोजगार सृजन का प्रभावशाली केंद्र बन गया है।
खनन नीति से आकर्षित हो रहे निवेशक
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की स्पष्ट, पारदर्शी और अनुकूल नीतियों के कारण खनन क्षेत्र में निजी निवेशकों की रुचि लगातार बढ़ रही है। उन्होंने जानकारी दी कि जेएसडब्ल्यू, अदाणी ग्रुप, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट जैसी देश की अग्रणी कंपनियां प्रदेश में खनन और संबंधित गतिविधियों में निवेश की गहरी रुचि दिखा रही हैं।
रोजगार सृजन का केंद्र बन रहा है खनन
सीएम योगी ने कहा कि खनन क्षेत्र न केवल राजस्व वृद्धि में योगदान दे रहा है, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि खनन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण, स्थानीय विकास, और सामुदायिक सहभागिता को भी प्राथमिकता दी जाए।
डिजिटल ट्रैकिंग और पारदर्शिता
मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि खनन गतिविधियों की डिजिटल ट्रैकिंग, ई-नीलामी, और भू-स्थानिक तकनीक का व्यापक उपयोग सुनिश्चित किया जाए ताकि भ्रष्टाचार और अवैध खनन की संभावनाओं को न्यूनतम किया जा सके।
उन्होंने कहा:
"खनन क्षेत्र को व्यवस्थित, पारदर्शी और तकनीक-सक्षम बनाने की दिशा में हमारा प्रयास लगातार जारी है। इससे निवेशकों का विश्वास भी बढ़ा है।"
नीतिगत सुधार और भविष्य की योजना
बैठक में मुख्यमंत्री ने खनिज क्षेत्र में नीतिगत सुधारों, नए ब्लॉकों की ई-नीलामी, और खनन आधारित उद्योगों को प्रोत्साहन देने की योजना पर भी मंथन किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खनन से जुड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को भी प्राथमिकता दे रही है, जिससे विकास और निवेश दोनों में तेजी आ सके।