भीषण गर्मी की चपेट में पूरा उत्तर प्रदेश, झांसी और आगरा में पारा 45 डिग्री के पार

उत्तर प्रदेश इन दिनों भीषण गर्मी और लू की चपेट में है। प्रदेश के पूरब से लेकर पश्चिम तक तापमान तेजी से चढ़ता जा रहा है। सोमवार को बुंदेलखंड, आगरा मंडल और दिल्ली-एनसीआर से सटे जिलों में गर्मी ने विकराल रूप धारण कर लिया। खासतौर पर झांसी और आगरा में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
राज्यभर में चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं ने लोगों को घरों में कैद रहने पर मजबूर कर दिया। दोपहर के समय बाजारों, सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर सन्नाटा पसरा रहा। स्कूल-कॉलेजों और कार्यालयों में भी उपस्थिति पर असर देखा गया। लू के थपेड़े इतने तीव्र रहे कि दोपहर में सड़क पर चलना भी जोखिम भरा साबित हो रहा था।
बुंदेलखंड में हालात और भी भयावह
बुंदेलखंड के जिलों – झांसी, महोबा, बांदा और चित्रकूट – में तापमान लगातार ऊपर चढ़ रहा है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए हीटवेव अलर्ट भी जारी किया है। झांसी में सोमवार को अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा था। गर्म हवा और शुष्क मौसम ने लोगों को बेहाल कर दिया।
आगरा मंडल भी पसीने-पसीने
आगरा और फिरोजाबाद जैसे जिलों में भी तेज धूप और गर्म लू का प्रकोप बना रहा। आगरा में तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं फिरोजाबाद और मथुरा में भी हालात कुछ कम नहीं रहे। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को दोपहर 12 से 4 बजे तक घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
दिल्ली-एनसीआर से सटे जिलों में भी असर
गौतमबुद्ध नगर (नोएडा), गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ जैसे जिलों में भी गर्मी ने नया रिकॉर्ड बनाने की ओर कदम बढ़ा दिया है। यहां भी पारा 43 डिग्री से ऊपर पहुंच चुका है, और गर्म हवाओं ने बुजुर्गों व बच्चों के लिए खतरा बढ़ा दिया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक लू का असर बने रहने की चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, राजस्थान से आने वाली गर्म हवाएं उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों को प्रभावित कर रही हैं। अगले दो से तीन दिन तक बारिश की कोई संभावना नहीं है, जिससे तापमान में और इजाफा हो सकता है।
जनता को दी गई सलाह
स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने लोगों को धूप में बाहर न निकलने, हल्के और ढीले कपड़े पहनने, अधिक पानी पीने और जरूरी होने पर ही यात्रा करने की सलाह दी है। साथ ही, हीट स्ट्रोक के मामलों से निपटने के लिए अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है।