मौलाना तौकीर रजा का बयान—"भाजपा, आरएसएस, विहिप और बजरंग दल कर रहे हैं हिंदुस्तान का नुकसान"
उत्तर प्रदेश – इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने एक बार फिर अपने तीखे और विवादित बयानों से सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। मौलाना ने भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल जैसे संगठनों पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि ये संगठन न केवल देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि हिंदुत्व को भी बदनाम कर रहे हैं।
बरेली में आयोजित एक सभा के दौरान मौलाना तौकीर रजा ने कहा, "भाजपा और उसके सहयोगी संगठन देश को उस दिशा में ले जा रहे हैं, जहां नफरत और भेदभाव का बोलबाला है। 2014 के बाद जिस प्रकार का हिंदुत्व सामने आया है, वह असली हिंदुत्व नहीं है। यह एक राजनीतिक एजेंडा है, जिसका मकसद समाज में विभाजन पैदा करना है।"
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में जो सरकार के खिलाफ बोलता है, उसे तुरंत देशविरोधी या 'हिंदू-विरोधी' करार दे दिया जाता है। "आज जो सरकार की आलोचना करता है, उसे हिंदू मानने से इनकार कर दिया जाता है। यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है।" मौलाना ने यह भी आरोप लगाया कि देश के असली नागरिकों को उनका हक नहीं मिल रहा, जबकि बाहरी तत्व ‘मलाई खा’ रहे हैं।
हिंदुओं के नाम पर राजनीति
मौलाना तौकीर रजा ने यह भी दावा किया कि कुछ संगठन हिंदुत्व के नाम पर राजनीति कर रहे हैं, जिससे असली हिंदू धर्म की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने कहा कि "हिंदुत्व कभी भी नफरत या हिंसा का पक्षधर नहीं रहा। यह एक सहिष्णु और शांतिप्रिय संस्कृति रही है, लेकिन कुछ संगठनों ने इसे राजनीतिक हथियार बना दिया है।"
सियासी प्रतिक्रियाएं
मौलाना के इस बयान पर राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। भाजपा नेताओं ने इसे देश को बांटने वाला बयान बताया है, जबकि विपक्षी दलों ने मौलाना के साहस की सराहना की है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के कुछ नेताओं ने कहा कि तौकीर रजा ने जो बातें कहीं हैं, वह देश के वर्तमान माहौल को दर्शाती हैं और आम जनता की चिंताओं को सामने लाती हैं।

