दोस्ती के बाद स्पाई कैमरा एप से आपत्तिजनक वीडियो बनाने वाले मैनपुरी के युवक-युवती गिरफ्तार
आगरा पुलिस ने मंगलवार को मैनपुरी की काजल और बाह के गणेश को गिरफ्तार किया, जिन पर दोस्ती के बाद स्पाई कैमरा एप के माध्यम से आपत्तिजनक वीडियो बनाने का आरोप है। दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायालय ने उन्हें जेल भेज दिया।
जानकारी के अनुसार, युवती काजल बाह क्षेत्र में अपने मामा के पास रहती थी और ग्रेजुएट थी। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान युवती ने स्वीकार किया कि वह ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान दो लाख रुपये हार गई थी। इस कर्ज को चुकाने के लिए वह मानसिक रूप से परेशान थी और किसी भी हद तक जाने को तैयार थी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी गणेश और काजल पहले दोस्त बने और फिर स्पाई कैमरा एप का उपयोग कर आपत्तिजनक वीडियो बनाने की योजना बनाई। वीडियो बनाने के बाद यह धमकी देने और सोशल मीडिया पर वायरल करने की कोशिश करने की जानकारी मिली।
पुलिस के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की गई और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आगरा पुलिस ने कहा कि इस तरह के मामलों में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है और ऑनलाइन गेमिंग और एप्स का उपयोग करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि डिजिटल माध्यमों के जरिए उत्पन्न होने वाले अपराध आज की नई चुनौती हैं। स्पाई कैमरा एप और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग करने वाले आरोपी कानूनी रूप से गंभीर परिणामों का सामना करेंगे।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है और यह देखा जा रहा है कि इस घटना में किसी और की भी भूमिका तो नहीं है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऑनलाइन दोस्ती और एप्स का उपयोग सतर्कता के साथ करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
स्थानीय लोग इस घटना से सकते में हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल माध्यमों का गलत इस्तेमाल युवाओं के भविष्य और समाज की सुरक्षा दोनों के लिए खतरा पैदा कर रहा है। साथ ही, उन्होंने पुलिस की सक्रियता की सराहना की कि आरोपियों को जल्दी ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
विशेषज्ञों के अनुसार, ऑनलाइन गेमिंग और सोशल मीडिया पर अत्यधिक समय बिताने वाले युवाओं को इस प्रकार के जोखिमों की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने माता-पिता और शिक्षकों से अपील की कि वे बच्चों और किशोरों को डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक करें।
इस प्रकार की घटनाएं यह साबित करती हैं कि डिजिटल अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं और इसे रोकने के लिए कानून और जागरूकता दोनों की आवश्यकता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने न केवल आरोपी को गिरफ्तार किया बल्कि समाज में चेतावनी भी दी कि इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त होना भारी कानूनी परिणाम ला सकता है।

