बस्तर को मिला विकास का तोहफा: महाराणा प्रताप चौक फ्लाईओवर और NH-30 फोरलेन को मिली मंजूरी

छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के लिए एक बड़ी और बहुप्रतीक्षित सौगात सामने आई है। बस्तर सांसद महेश कश्यप के निरंतर प्रयासों को आखिरकार सफलता मिली है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बस्तर सांसद को पत्र भेजकर यह जानकारी दी है कि जगदलपुर शहर के महाराणा प्रताप चौक पर फ्लाईओवर निर्माण और राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-30 (NH-30) के तहत जगदलपुर से सुकमा-कोंटा तक फोरलेन सड़क निर्माण को वार्षिक योजना 2024-25 में सम्मिलित कर स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
महेश कश्यप के प्रयासों की जीत
बस्तर क्षेत्र में यातायात सुविधा और सड़क सुरक्षा को लेकर लंबे समय से मांग की जा रही थी। महाराणा प्रताप चौक, जो जगदलपुर का प्रमुख और व्यस्ततम चौराहा है, वहां प्रतिदिन भारी जाम और दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। इस क्षेत्र में फ्लाईओवर की मांग को लेकर सांसद महेश कश्यप लगातार केंद्र सरकार के संपर्क में थे।
आखिरकार उनके प्रयासों को केंद्र सरकार की ओर से मंजूरी मिली है, जिससे अब फ्लाईओवर निर्माण की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही जगदलपुर से सुकमा-कोंटा तक NH-30 को फोरलेन में बदले जाने की परियोजना को भी वार्षिक योजना में शामिल किया गया है, जो बस्तर में यातायात के विकास के लिए बेहद अहम मानी जा रही है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का पत्र
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि,
“बस्तर क्षेत्र की भौगोलिक और सामाजिक महत्ता को ध्यान में रखते हुए इन दोनों परियोजनाओं को वार्षिक योजना वर्ष 2024-25 में शामिल कर दिया गया है। परियोजनाओं को जल्द ही कार्यान्वयन के चरण में लाया जाएगा।”
बस्तर में विकास की रफ्तार बढ़ेगी
इस मंजूरी के बाद बस्तर में विकास की रफ्तार को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। फोरलेन सड़क निर्माण से न केवल आवागमन में सुविधा होगी, बल्कि व्यापार, पर्यटन और सुरक्षा व्यवस्था को भी बल मिलेगा। खासकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों तक बेहतर सड़क कनेक्टिविटी से प्रशासनिक पहुँच सशक्त होगी।
स्थानीय जनता में उत्साह
इस घोषणा के बाद बस्तर क्षेत्र के लोगों में खुशी और उम्मीद का माहौल है। स्थानीय व्यापारियों, वाहन चालकों और आम नागरिकों ने सांसद महेश कश्यप को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।