लखीमपुर खीरी में प्राचीन मेंढक मंदिर पर गिरी बिजली, छज्जा टूटा... ताम्रकलश भी क्षतिग्रस्त

लखीमपुर खीरी के ओयल स्थित प्राचीन डेडका मंदिर पर सोमवार सुबह बारिश के दौरान बिजली गिरी। इससे मंदिर के अंदर की टाइलें टूट गईं। गुंबद का छज्जा टूट गया। मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए रखे तांबे के कलश पर निशान पड़ गया है। मंदिर के दरवाजे का ताला भी क्षतिग्रस्त हो गया है।
सोमवार सुबह तड़के बारिश के दौरान प्राचीन व ऐतिहासिक नर्मदेश्वर मंदिर (डेडका मंदिर) पर बिजली गिरी। पता चला है कि घटना सुबह करीब साढ़े पांच बजे हुई। मंदिर के अंदर रखा तांबे का कलश व फर्श क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि मंदिर के उत्तर-पश्चिम दिशा में गुंबद का छज्जा भी टूट गया।
सूचना मिलने पर मंदिर के पुजारी व आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। लोगों ने बताया कि जिस समय मंदिर पर बिजली गिरी, उस समय मंदिर में कोई मौजूद नहीं था। मंदिर में स्थापित शिवलिंग व अन्य मूर्तियां पूरी तरह सुरक्षित हैं। सूचना मिलने पर ओयल चौकी प्रभारी पटेल राठी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
अनोखा है यह शिव मंदिर
ओयल के मोहल्ला शिवाला स्थित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर अपने आप में अनोखा शिव मंदिर है, जहां भगवान भोलेनाथ मेंढक की पीठ पर विराजमान हैं। मंडूक तंत्र और श्रीयंत्र के आधार पर बना यह शिव मंदिर अपनी अनूठी और अद्भुत स्थापत्य कला के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। यह मंदिर करीब 300 साल पुराना बताया जाता है।
जिले में तेज बारिश
पिछले कई दिनों से लखीमपुर खीरी में उमस और गर्मी से बारिश ने निजात दिलाई है। सोमवार सुबह करीब 5 बजे से जिले के कुछ हिस्सों में तेज बारिश शुरू हुई तो कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी हुई, जो सुबह 7 बजे तक जारी रही। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं गन्ने की फसल को भी फायदा पहुंचा है। ज्यादातर जगहों पर धान की पौध भी तैयार है। ऐसे में बारिश की वजह से अब धान की रोपाई तेजी से होगी। हालांकि बारिश और हवा की वजह से केले की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। केले के पेड़ गिर गए हैं।