
जौनपुर के गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के बगथरी गांव में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां गांव में आईजीआरएस की जांच करने गए एक लेखपाल को कुछ मनबढ़ों ने पीटकर बंधक बना लिया। यह घटना गुरुवार को दोपहर करीब चार बजे हुई, जब लेखपाल गांव में भूमि संबंधित मामलों की जांच करने पहुंचे थे। घटना के बाद जैसे ही इस बात की जानकारी थानाध्यक्ष और उपजिलाधिकारी केराकत को हुई, पुलिस तुरंत गांव में पहुंची और लेखपाल को बंधन से मुक्त कराया।
लेखपाल के साथ हुई इस घटना से इलाके में खलबली मच गई। बताया जा रहा है कि जब लेखपाल गांव में जांच कर रहे थे, तभी कुछ स्थानीय मनबढ़ों ने अचानक हमला कर दिया और उन्हें पीटने के बाद बंधक बना लिया। यह पूरा मामला भूमि विवाद से जुड़ा हुआ माना जा रहा है, हालांकि पुलिस अभी इसकी जांच कर रही है।
गांव में तनाव बढ़ते देख थानाध्यक्ष गौराबादशाहपुर और उपजिलाधिकारी केराकत ने तुरंत पुलिस बल भेजा। पुलिस की टीम गांव में पहुंची और लेखपाल को बंधक बनाने वालों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कई संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच जारी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बगथरी गांव में अक्सर भूमि विवाद होते रहते हैं, लेकिन इस बार यह विवाद ज्यादा बढ़ गया, जिसके परिणामस्वरूप लेखपाल को बंधक बना लिया गया। अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस कार्रवाई:
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचते ही त्वरित कार्रवाई की और लेखपाल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। थाना प्रभारी गौराबादशाहपुर ने बताया कि "हमने सभी संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जिन लोगों ने लेखपाल को पीटा और बंधक बनाया, उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
वहीं, उपजिलाधिकारी केराकत ने भी इस मामले पर चिंता जताते हुए कहा कि प्रशासन किसी भी कीमत पर कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं करेगा। "हम इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाएंगे।"
कानूनी प्रक्रिया:
इस घटना के बाद अधिकारियों ने कहा कि सभी दोषियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही प्रशासन ने गांव में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हो सकें।
इस घटना के बाद क्षेत्र में डर का माहौल है, लेकिन पुलिस और प्रशासन की तत्परता से स्थिति पर काबू पा लिया गया है। अब यह देखना होगा कि पुलिस जांच के बाद इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करती है और क्या आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाता है।
समाज में अव्यवस्था की ओर इशारा:
यह घटना समाज में बढ़ते अव्यवस्था और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़ा करती है। क्षेत्र में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को कड़ी मेहनत करनी होगी, ताकि ऐसे मनबढ़ों को कड़ा संदेश दिया जा सके।
यह मामला जौनपुर जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग प्रशासन से उम्मीद कर रहे हैं कि दोषियों को कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।