चर्चित अधिवक्ता जितेंद्र कुमार मेहता की हत्या का 48 घंटे में खुलासा, बेटी के प्रेमी ने रची थी साजिश
राजधानी पटना में अधिवक्ता जितेंद्र कुमार मेहता की हत्या से फैली सनसनी के बीच पुलिस ने महज 48 घंटे में इस गुत्थी को सुलझा लिया है। जांच में जो सच सामने आया, उसने सभी को चौंका दिया। पुलिस के अनुसार, इस जघन्य हत्याकांड की साजिश खुद वकील की बड़ी बेटी के प्रेमी ने रची थी, जिसे उसने अपने आपराधिक साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया।
क्या है पूरा मामला?
14 जुलाई की रात पटना के एक पॉश इलाके में अधिवक्ता जितेंद्र कुमार मेहता की घर के पास ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद पूरे वकील समाज में आक्रोश था और सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे थे। हाई प्रोफाइल मामला होने के कारण एसएसपी राजीव मिश्रा ने खुद इसकी निगरानी करते हुए एक विशेष जांच टीम बनाई।
बेटी के प्रेमी ने रची साजिश
जांच के दौरान जब सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल खंगाले गए तो पुलिस को चौंकाने वाले सुराग मिले। शक की सुई परिवार के ही किसी करीबी की ओर घूमी। जब गहराई से पूछताछ की गई, तो पता चला कि वकील की बड़ी बेटी के प्रेमी को अधिवक्ता मेहता पसंद नहीं करते थे। वे लगातार बेटी को उस लड़के से दूरी बनाए रखने के लिए कह रहे थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इसी नाराजगी के चलते प्रेमी ने अधिवक्ता को रास्ते से हटाने की साजिश रची और अपने दो आपराधिक साथियों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।
अपराधियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें बेटी का प्रेमी और दो शूटर शामिल हैं। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया है। हत्या में इस्तेमाल किया गया देशी पिस्टल और बाइक भी बरामद कर लिया गया है।
समाज में फैली नाराजगी
इस हत्याकांड ने पटना के वकील समुदाय और आम नागरिकों को झकझोर कर रख दिया है। पटना हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने इसे कानून व्यवस्था की विफलता बताया है और राज्य सरकार से अधिवक्ताओं को विशेष सुरक्षा देने की मांग की है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया,
“यह एक सोची-समझी साजिश थी जिसे पारिवारिक विवाद और भावनात्मक असंतुलन ने जन्म दिया। हमारी टीम ने 48 घंटे के भीतर घटना का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अब इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजने की सिफारिश की जाएगी।”

